March 17, 2025 |
b46611bd-0f7d-494c-a2bd-5c99742d327a
b46611bd-0f7d-494c-a2bd-5c99742d327a

BREAKING NEWS

“यूनियन नेता बी. राजा राव का असली चेहरा बेनकाब: मज़दूरों की आड़ में दादागिरी, अब यौन उत्पीड़न का आरोपी!”केंद्र सरकार ने चंद्रयान-5 मिशन को मंजूरी दीमावा मोदोल’ कोचिंग संस्थान में नवीन बैच के लिए पंजीयन प्रारंभपीएम आवास पात्र परिवारों के लिए सर्वे जारी, 31 मार्च अंतिम तिथिरायपुर मेयर इन काउंसिल की घोषणारायपुर के आईटीबीपी कैंप में सिपाही ने एएसआई को मारी गोली, मौतएडवांस में अटेंडेंट लगाने वालों पर नहीं हुई कार्रवाई खुद की नाकामी छुपाने में जुटा प्रशासनसड़क दुर्घटना में बाइक सवार एक युवक गंभीर रूप से घायलरायसीना डायलॉग का आज उद्घाटन करेंगे PM मोदी, कई देशों के विदेश मंत्री होंगे शामिलपुलिसकर्मी ने पड़ोसी को चाकू मारा, हालत गंभीर
IMG-20241027-WA0039
IMG-20241027-WA0039

अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर मनाया गया बोरे बासी त्यौहार

अपनी भाषा में ख़बरें पढ़े

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

नागरिकों ने बोरे बासी खाकर प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और श्रमिकों के प्रति जताया सम्मान

जनप्रतिनिधि, कलेक्टर-एसपी सहित नन्हे-मुन्हे बच्चों ने भी बड़े चाव से खाया बोरे बासी

गरियाबंद 01 मई 2023। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अपील पर विश्व श्रमिक दिवस को बोरे बासी त्यौहार के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर जिले के जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारियों, नागरिकों सहित नन्हें-मुन्ने बच्चों ने भी आम चटनी, प्याज, मिर्ची, बिजौरी, लाल भाजी, चेच भाजी, भिंडी की सब्जी आदि के साथ बड़े चाव से बोरे बासी खाया। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री संजय नेताम ने पारम्परिक आहार बोरे बासी खाकर श्रमिकों के प्रति सम्मान जताया। बोरे बासी त्यौहार के अवसर पर कलेक्टर श्री प्रभात मलिक ने जिला प्रशासन के अधिकारी- कर्मचारियों के साथ कांसे की बटकी में बोरे बासी खाकर श्रम और श्रमिकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अमित कांबले ने भी बोरे बासी खाकर छत्तीसगढ़ की प्रचीन संस्कृति को बढ़ावा देने में अपना योगदान दिया। बोरे बासी त्यौहार के अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, एडीएम श्री अविनाश भोई, संयुक्त कलेक्टर श्री नवीन भगत, डिप्टी कलेक्टर श्री अनुपम आशीष टोप्पो, एसडीएम गरियाबंद श्री भूपेंद्र साहू, देवभोग एसडीएम सुश्री अर्पिता पाठक सहित अन्य अधिकारियों ने भी बड़े चाव से बोरे बासी का स्वाद लिया। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने और पारम्परिक आहार का स्वाद लेने के लिए छोटे बच्चे भी पीछे नहीं रहे। 4 वर्षीय बालक आरव और 9 वर्षीय बालिका आरोही ने आम की चटनी और प्याज के साथ बोरे बासी का आनंद लिया।

उल्लखेनीय है की मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की पारम्परिक आहार बोरे बासी खाकर श्रमिको के प्रति सम्मान प्रकट करने की अपील की थी। इसी तारतम्य में मेहनतकश  मजदूरों के सम्मान और छत्तीसगढ़ की पुरानी संस्कृति को बढ़ावा देने 01 मई को बोरे बासी उत्सव के रूप में मनाया गया। छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति में बोरे बासी का बड़ा महत्व है। किसानों और श्रमिकों के साथ आमजनों का भी यह प्रिय आहार है। बोरे बासी पौष्टक गुणों और स्वाद के कारण छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति में बसा हुआ है। गर्मी के दिनों में बोरे बासी का विशेष महत्व रहता है। यह गर्मी में शरीर को ठंडा प्रदान करता है। साथ ही पाचन शक्ति को बढ़ाने के साथ वजन संतुलित करने में भी सहायक होता है।

Nyay Dhani
b46611bd-0f7d-494c-a2bd-5c99742d327a
b46611bd-0f7d-494c-a2bd-5c99742d327a