बोरे बासी खाकर किया श्रमिकों का सम्मान… बोले – बोरे-बासी हमारी छत्तीसगढ़िया संस्कृति का अहम हिस्सा है
गरियाबंद NSUI के प्रदेश सचिव अहसन मेमन ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर सभी श्रमिक भाई-बहनों को बधाई दी है। अहसन मेमन ने श्रमिकों को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस लाखों मजदूरों के परिश्रम, दृढ़ निश्चय और निष्ठा का दिवस है। एक श्रमिक देश के निर्माण में बहुमूल्य भूमिका निभाता है और उसका देश के विकास में अहम योगदान होता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के सीधे साधे श्रमिकों और किसानों का मान बढ़ाने के लिए मजदूर दिवस के दिन लोगों से बोरे-बासी खाने की अपील की है। यह अपील लोगों को भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से जोड़ने का भी काम कर रही है। राज्य में छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक वैभव को पिछले चार सालों में नया क्षितिज मिला है। राज्य में मनाए जाने वाले ठेठ छत्तीसगढ़िया त्योहारों का मान बढ़ा है। मुख्यमंत्री निवास में तीजा, पोरा हरेली त्योहारों को मनाए जाने से लोगों में गर्व की अनुभूति हुई है।
चिलचिलाती धूप और गर्मी में जब छत्तीसगढ़ का मेहनतकश श्रमिक और किसान खाने के लिए गमछा बिछाकर अपना डिब्बा खोलता है, तो उसमें पताल चटनी, गोंदली के साथ बोरे बासी जरुर देखने को मिलता है। पोषक तत्वों से भरपूर इस बोरे बासी से वैसे तो लोग परीचित थे पर इसे वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने की अहम भूमिका छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने निभाई है। उन्हांेंने धमतरी जिले के कुरूद विधानसभा क्षेत्र में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में सभी श्रमिकों को रायपुर में आयोजित श्रम सम्मेलन के लिए न्यौता भी दिया है।
इस अवसर पर अहसन मेमन ने अपने निवास में कांग्रेस साथियों के साथ बोरे बासी का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि बोरे-बासी हमारी छत्तीसगढ़िया संस्कृति का अहम हिस्सा है। इसलिए मेरी आप सभी लोगों से अपील है कि बोरे बारी तिहार में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लीजिए। अपने परिवार जनों को प्रोत्साहित करिए कि वो बारे बासी का सेवन करें और अपने सेहत के साथ ही छत्तीसगढ़ की अमूल्य परंपरा को भी मजबूत बनाकर रखें।
परंपरा को बचाने का सरकार कर रही प्रयास
NSUI के प्रदेश सचिव अहसन मेमन ने lबताया कि आज जनप्रतिनिधि के साथ बैठकर उन्होंने बोरे बासी खाया है. गरियाबंद में जनप्रतिनिधि कलेक्टर प्रभात मलिक पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारी कर्मचारियों ने आज श्रम के स्म्मान में बोर बासी खाया और प्रदेश सरकार के साथ छत्तीसगढ़ की परंपरा को संजोये रखने का प्रयास कर रही है. इससे आने वाली पीढ़ी इन परम्पराओं को जीवंत रखेगी. छत्तीसगढ़ 1 मई को अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के दिन बोरे बासी तिहार मनाया जा रहा है. आज पूरे छत्तीसगढ़ में लोग बोरे बासी तिहार मनाकर श्रमिकों और किसानों का मान बढ़ा रहे हैं.