कोरबा 10 जून। एनटीपीसी से जमीन अधिग्रहण के समय में आम सूचना मे लिखित वादा अनुसार नौकरी तथा बचे हुए जमीन की मुआवजा व क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर ग्राम चारपारा के 06 भू-विस्थापित राजन पटेल, विनय कुमार कैवर्त, रामकृष्ण केवट, गणेश कुमार केवट, राकेश कुमार केवट व घसिया राम केवट, अपने परिवार के सदस्यों के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर तानसेन चौक कोरबा में बैठे हुए हैं उन्हें इस भीषण गर्मी में 50 दिन हो रहा है। परन्तु इसके बावजूद भी जिला प्रशासन व एनटीपीसी कोरबा द्वारा कोई भी प्रकार की पहल नही की गई। अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए भ-.विस्थापितों द्वारा एनटीपीसी कोरबा से आवेदन में नौकरी तथा बचे हुए जमीन की मुआवजा व क्षतिपूर्ति की मांग की गई है।
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए भू-विस्थापितों द्वारा मुख्य महाप्रबंधक एनटीपीसी कोरवा के नाम से आम सूचना वादा अनुसार नौकरी तथा बचे हुए जमीन की मुआवजा व क्षतिपूर्ति की मांग को लेकर 11 अप्रैल को, पर रजिस्टर्ड पोस्ट के माध्यम से पत्र दी गई, जिसमें मांग पूरी नहीं होने पर दिनांक 22 अप्रैल को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर तानसेन चौक कोरबा में बैठने की जानकारी दी गई थी, जिसकी सूचनार्थ प्रति 11 अप्रैल को ही महामहिम राज्यपाल छग.और कलेक्टर कोरबा, पुलिस अधीक्षक तथा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोरबा व कटघोरा को दी गई थी। भूविस्थापितों की मांग पर कोई भी प्रकार की पहल नही करने पर दिनांक 22 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल तानसेन चौक कोरबा पर बैठे हुए है। जिसमें जनशिकायत के तहत हमारी मांग को लेकर महामहिम मान राज्यपाल छ.ग. द्वारा 18/04/2023 को कलेक्टर कोरबा से मांग को लेकर कार्यवाही करने के लिए, निर्देशित किये गये है, साथ ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए, भूविस्थापितों को उनकी जानकारी देने को कहा गया है, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए भूविस्थापितों को जब 32 दिन हो जाने के बाद कोई सूचना नही मिलने पर, अपनी मांग के लिए 23 मई को कलेक्टर के नाम से जनचौपाल में महामहिम राज्यपाल के आदेशों अनुसार कार्यवाही के लिए पत्र दिया गया है। आनलाईन पोर्टल पर जनशिकायत और जनचौपाल पर अभी तक अपूर्ण जानकारी दिया जा रहा है, भूविस्थापितों द्वारा मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए 50 दिन हो रहे है, अभी तक जांच की जानकारी नही दी गई है।
जिला प्रशासन से मांग की गयी है किए एनटीपीसी कोरबा प्रबंधन से अधिग्रहित ग्राम चारपारा के लगभग सम्पूर्ण जमीन और मुआवजा पत्रक व वितरण पत्रक तथा आम सूचना व अन्य सूचना की, जांच की करवा कर, आवेदकों को नौकरी व बचे जमीन की मुआवजा व क्षतिपूर्ति, जल्द से जल्द से दिलवायी जाय। जब तक हमारी मांग पूरी नही हो जाती है, तब तक हम अनश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेंगें।