कोरबा 11 जून। कटघोरा वन मंडल के जंगलो से बड़े पैमाने पर कोयला, लकड़ी व रेत की तस्करी हो रही है और वन विभाग का अमला गहरी नींद में सो रहा है। कुछ मामलो में विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिली भगत सामने आ रही है। जिस पर विभागीय दंडात्मक कार्रवाई भी हो रही है। इसके बावजूद भी व्यवस्था में कोई सुधार नही हो रहा है और जंगल में तस्करी का खेल जारी है। माफिया बेखौफ हो अपने अवैध कार्यो को अंजाम दे रहे है। शनिवार को एक बार फिर ट्रक के जरिए कीमती लकड़ी साल के तस्करी की कोशिश की गई जिसे कर्मचारियों की सक्रियता से विफल कर दिया गया । वन विभाग ने साल के लकड़ी से लदे ट्रक को पकड़कर पीओआर काटने के साथ ही आगे की जांच शुरू कर दी गई है। अभी लकड़ी के अवैध परिवहन का मामला बनाया गया है। लेकिन अधिकारियों के मुताबिक जांच पड़ताल में और भी तथ्य उजाकर होने की संभावना है। जिसमें वाहन को राजसात भी किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार कटघोरा वन मंडल के जटगा रेंज अंतर्गत सुर्तरा बीट के जंगल में सिंघिया के निकट वन विभाग के कर्मचारियों को एक अशोक लीलेण्ड का ट्रक दिखा जिसमें साल का कीमती लकड़ी लदा हुआ था। जब वन कर्मियों ने इसके डायवर से पूछ. ताछ की और ट्रक में लदे लकड़ी तथा इसके परिवहन के संबंध में कागजात दिखाने को कहा तो डायवर इसे पेश नही कर सका । लेकिन पूछताछ ने उसने यह जरूर बताया कि लकड़ी किसी राजेश साहू नामक व्यक्ति की है जो इसी क्षेत्र के एक गांव में निवास करते है। लकड़ी उनकी निजी है। इसे परिवहन कर सरगुजा ले जाना है। वन विभाग के कर्मियो ने मामला संदिग्ध मानते हुए तत्काल ट्रक को पकड़कर जटगा रेंज कार्यालय ले आया और ट्रक चालक के खिलाफ लकड़ी का अवैध परिवहन का मामला दर्ज कर भारतीय वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।
वन विभाग के अधिकारियों ने मामले की पुष्टि करते हुूए बताया कि ट्रक को जप्त कर आगे जांच जारी है जांच के दौरान ठोस तथ्य मिलने पर वाहन को राजसात किया जाएगा। लकड़ी मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात रहे इससे पहले कटघोरा वन मंडल के ही पंसान रेंज में कोयला तस्करी का गंभीर मामला उजागर हुआ था। यहां जलके सर्किल अंतर्गत बीजाडांड बीट के जंगल के कक्ष क्रमांक पी 198 से 620 बोरी कोयला जप्त हुआ था। जिसे तस्करी के लिए रखा गया था। मामले में जांच के दौरान विभाग कर्मियो की मिली भगत होने की बात सामने आने पर संबंधित डिप्टी रेंजर व बीट गार्ड को निलंबित कर दिया गया है। जबकि रेंजर को कारण बताया नोटिस जारी किया गया है।
इस बीच जलके बीट के जंगल के कक्ष क्रमांक पी 195 से 25 बोरी और कोयला जप्त होने की जानकारी मिली है। जिसे तस्करो ने जंगल से उत्खनन कर बोरी में भर रखा था। इस मामले में पीओ आर काट कर आगे की जांच की जा रही है। डीएफओ प्रेमलता यादव एवं उडऩदस्ता बिलासपुर की टीम ने शनिवार को स्थल का निरीक्षण किया और क्षेत्र के ग्रामीणों से मिलकर आवश्यक जानकारी ली। उनसे कहा गया कि किसी भी हालत में तस्करो का साथ न दे क्षेत्र में अवैध गतिविधियों की जानकारी होने पर तत्काल वन अफसरों को सूचित करें।