कोरबा 8 मई। कोयला खदान में उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय स्तर के अधिकारियों के साथ ही एसईसीएल बिलासपुर मुख्यालय से अधिकारी लगातार दौरा कर रहे हैं। रविवार को निदेशक तकनीकी संचालन डीटी ने मेगा परियोजना दीपका व गेवरा का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने खदान में हो रहे उत्पादन व डिस्पैच की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश भी दिया।
साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल को चालू वित्तीय वर्ष में 2000 लाख टन कोयला उत्खनन करना है। इसमें मेगा परियोजना गेवरा, दीपका व कुसमुंडा की अहम भूमिका रही। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अभी से अधिकारी जुट गए हैं। प्रबंधन की मंशा है कि इस बार प्रत्येक माह में मिले लक्ष्य के अनुरूप कोयला उत्खनन किया, ताकि अंतिम वक्त ज्यादा दबाव न रहे। इसलिए वरिष्ठ अधिकारियों ने भी समय-समय पर खदान का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेना शुरू कर दिया है। निदेशक तकनीकी एसके पाल ने दीपका व गेवरा खदान में नीचे उतर कर चल रहे कामकाज को निरीक्षण किया। साथ ही अधिकारियों के साथ स्थल पर नक्शा के माध्यम से उत्खनन व डिस्पैच बढ़ाने की रूपरेखा तैयार की।
उन्होंने भारी मशीनों का भी निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। दीपका मेगा प्रोजेक्ट में फ़ेस तक पहुंचकर खनन गतिविधियों की समीक्षा, परियोजना स्तार से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा करने के बाद डिस्पैच व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान महाप्रबंधक रंजन पी शाह, उप महाप्रबंधक मनोज कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। तदुपरांत निदेशक तकनीकी संचालन पाल गेवरा खदान गए। यहां हाल रोड का निरीक्षण करते हुए उन्होंने मानसून की तैयारियों का जायज़ा लिया। उन्होंने कोल व ओबीआर पैच में जाकर दैनिक उत्पादन व डिस्पैच की समीक्षा की। इस मौके पर महाप्रबंधक गेवरा एसके मोहंती भी साथ रहे।