कोरबा 20 मई। कोरबा सहित छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में स्थित एसईसीएल की कोयला खदानों में लगातार दुर्घटनाएं हो रही है। इसके कारण अजीब स्थिति बनी हुई है। कोल इंडिया ने ऐसे मामलों में जांच के लिए डीजीएमएस को जिम्मा दिया है। कहा जा रहा है कि दुर्घटनाओं की जांच करने के बाद दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। 22 मई को गेट मीटिंग से पहले आज बीकेकेएमएस ने विभिन्न क्षेत्रों में सीजीएम कार्यालय के सामने नारेबाजी की।
खदान हादसों की जांच पड़ताल और दोषियों का जवाबदेही तय नहीं किये जाने से कोयला कामगारों में नाराजगी है। जिसको लेकर पूरे कोल इंडिया में कोयला कामगार आंदोलन कर रहे हैं। शनिवार को बीकेकेएमएस गेवरा एरिया के कामगारों ने साइलो एमटीके कार्यालय के सामने पहुंचकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान रामनारायण साहू, प्रीतम लाल राठौर, कुलदीप कुमार, वीरेंद्र राठौर, अखिलेश राठौर सहित अनेकों कार्यकर्ता मौजूद थे। इसी तरह बगदेवा में भी संभागीय महामंत्री अशोक सूर्यवंशी के नेतृत्व में कामगारों के द्वारा प्रदर्शन किया गया। कुसमुंडा क्वारी नंबर.3 में शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष टिकेश्वर राठौर, अमिया मिश्रा, हिरेंद्र चंद्रा, जगदीश साहू, यशवंत साहू, राजेश त्रिवेदी, राहुल वर्मा, लोकनाथ सोनी, रवि चौबे, कैलाश नायक के नेतृत्व में कामगारों ने प्रदर्शन किया।
दीपका में भी लक्ष्मण चंद्रा, अश्वनी मिश्रा के नेतृत्व में कामगारों ने प्रदर्शन किया। इस संबंध में अशोक सूर्यवंशी ने बताया कि सभी इकाईयों में कोयला कामगारों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। तीन दिनों के प्रदर्शन के बाद 22 मई को सभी सीजीएम कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।