कोरबा 15 जून। रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा ने 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस पर कलेक्टर कार्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया, जिसमें क्लेक्टर संजीव झा ने रक्तदान कर अनुकरणीय उदाहरण पेश किया। लेकिन इस आयोजन ने रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा के क्रियाकलाप को लेकर कई खुलासे भी कर दिए। अब यह कहना गलत नहीं होगा कि- रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा पिछले लंबे समय से नौकरशाहों की जेबी संस्था होकर रह गई है। पिछले 2 वर्ष से भी अधिक समय से यह संस्था कागजों में संचालित हो रही है।
रेडक्रॉस सोसाइटी का नेतृत्व प्रदेश स्तर पर महामहिम राज्यपाल कर रहे हैं। बावजूद इसके जिलों में संस्था के संचालन और इसके कर्तव्यों के पालन के प्रति नौकरशाह निरंकुश होकर काम कर रहे हैं। उपलब्ध जानकारी के अनुसार पिछले 2 वर्षों से भी अधिक समय से रेड क्रॉस सोसाइटी की कोई बैठक आयोजित नहीं की गई है। पूर्व में कोरबा जिला रेडक्रास सोसायटी की जो सक्रियता जिले में नजर आती थी वह भी अब दिखाई नहीं देती। इससे ऐसा संकेत मिलता है कि जिले के नौकरशाह कागजों में रेडक्रॉस सोसाइटी का संचालन कर रहे हैं।
रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा में व्याप्त नौकरशाही का ताजा मामला बुधवार का है। विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर 14 जून 2023 बुधवार को रक्तदान शिविर का आयोजन रेडक्रॉस सोसाइटी की ओर से किया गया था। आश्चर्य की बात है कि इस आयोजन को लेकर रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा के सदस्यों को कोई सूचना नहीं दी गई थी। रेड क्रॉस सोसाइटी कोरबा के आजीवन सदस्य और नगर के प्रमुख समाजसेवी राम सिंह अग्रवाल से चर्चा के दौरान इस बात का खुलासा हुआ। रक्तदान शिविर में रेडक्रॉस सोसाइटी के नागरिक सदस्यों के शामिल नहीं होने के संबंध में पूछने पर उन्होंने बताया कि वह सोसाइटी के आजीवन सदस्य हैं, लेकिन रक्तदान शिविर की सूचना प्राप्त नहीं होने के कारण वह आयोजन में शामिल नहीं हो सके। इस सिलसिले में कुछ अन्य सदस्यों से भी संपर्क कर जानकारी ली गई तो उन्होंने भी आयोजन की सूचना नहीं मिलने की पुष्टि की।
सोसाइटी के आजीवन सदस्य रामसिंह अग्रवाल ने कहा है कि वह इस संबंध में महामहिम राज्यपाल से पत्र व्यवहार करेंगे और रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा को इसके उद्देश्यों के अनुरूप सक्रिय और संचालित किए जाने का अनुरोध करेंगे। उन्होंने रेड क्रॉस सोसाइटी कोरबा की अविलंब बैठक आहूत किये जाने की मांग भी की है।
आपको बता दें कि रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा में शहर के करीब 150 गणमान्य नागरिक सदस्य हैं। इनमें से करीब 15 प्रतिष्ठित सदस्य सोसायटी की कार्यकारिणी में शामिल हैं। रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा का पदेन सचिव का दायित्व जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी कोरबा हैं। संस्था के सचिव इतने जिम्मेदार हैं कि उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा के सदस्यों से सम्पर्क करना भी आवश्यक नहीं समझ है। इसीलिए कहा जा सकता है कि रेडक्रॉस सोसाइटी कोरबा नौकरशाही का शिकार होकर रह गई है।