एक नग सायकल व पांच बोरी कोयला जप्त
कोरबा 13 जून। जिले के कटघोरा वन मंडल पसान रेंज में कोयले का अवैध उत्खनन व तस्करी का मामला अभी शांत भी नही हुआ है कि केदई रेंज में भी जंगल से कोयला निकालकर तस्करी करने की कोशिश की गई। जिसे वन विभाग की टीम ने सक्रियता का परिचय देते हुए विफल कर दिया। इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 33-1 ख के तहत कार्रवाई की गई है। मामले में उत्खनन के लिए प्रयुक्त गैती व परिवहन के लिए उपयोग में आने वाले एक नग सायकल व पांच बोरी कोयला जप्त किया गया है। पकड़े गऐ लोगों से आगे पूछताछ की जा रही है।
जानकारी मिली है कि कोयला तस्कर इस कार्य में ग्रामीणों की मदद लेते है। और उन्हें चंद रूपयों की लालच देकर उत्खनन कराने के बाद कोयला को सायकल से अन्य स्थान पर परिवहन कराकर इसे जंगल के भीतर ही इक्कठा करते है और बाद में पिकअप वाहन में लादकर तस्करी करते है। ताजा मामला भी ऐसा ही प्रतीत होता है। सो इस एंगल से भी जांच की जा रही है । वन विभाग की टीम सोमवार को दोपहर 2 बजे के लगभग हाथी गस्त में निकली थी । अभी हाथियों का लोकेशन ढूढऩे टीम केदई रेंज के परला जंगल का खाक छान रही थी। तभी जंगल में एक स्थान पर दो लोग कोयला निकालते दिखाए दिए दोनों कोयला निकालकर इसे बोरी में भर रहे जब वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर उनसे पूछताछ की तो उन्होनें अपना नाम परशुराम पिता सोनू सारथी तथा राजेन्द्र सिदार पिता बंूदलाल निवासी ग्राम लमना तहसील पोड़ी.उपरोड़ जिला कोरबा का होना बताया वे कोयला का निकालकर एक व्यक्ति के लिए इक्काठा कर रहे है। जो इसे बाजार में ले जाकर बेचते है। वन विभाग की टीम ने दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके पास से एक नंग सायकल, गैती व 5 बोरी कोयला वजन लगभग 100 किलो जप्त की है। पकड़े गए लोगों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के धारा 33 -1-ख के तहत 7414/22 दिनांक 12/06/2023 का प्रकरण दर्ज कर आगे की पूछताछ की जा रही है। रेंजर अभिषेक दूबे ने बताया कि पूछताछ में यह पता लगाया जा रहा है कि ग्रामीण किसके लिए कोयला उत्खनन कर रहे थे। कही इसमें कोई कोल माफिया का हाथ तो नही था। इस कार्यवाई में वनरक्षक प्रीतम पुराईन,अशोक श्रीवास, नागेन्द्र जायसवाल व पंकज खैरवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।