कोरबा 25 जून। छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारियों एवं पेंशनरों की पांच सूत्रीय मांगो को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन, कर्मचारी अधिकारी महासंघ मंत्रालयीन कर्मचारी संघ सहित प्रदेश के 145 कर्मचारी संगठनों ने छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के बैनर पर आंदोलन के प्रथम चरण में 07 जुलाई को राज्य के समस्त कर्मचारी अधिकारी एक दिन का सामूहिक अवकाश लेकर प्रदेश के समस्त ब्लॉक, तहसील एवं जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन एवं रैली का आयोजन करेंगे तथा आंदोलन के द्वितीय चरण में 1 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल करने का नोटिस छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव को दे दिया है।
जानकारी के अनुसार गत 23 जून को इंद्रावती भवन में कर्मचारी अधिकारी मोर्चा से संबद्ध 145 संगठनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में यह निर्णय लिया गया कि राज्य के शासकीयए,संविदा कर्मचारियों एवं पेंशनरों की पांच सूत्रीय मांग राज्य के कर्मचारियों को गृह भाड़ा भत्ता सातवें वेतनमान के आधार पर पुनरीक्षित किया जाय, कर्मचारियों एवं पेंशनरों का लंबित 9 प्रतिशत महंगाई भत्ता देय तिथि से दिया जाय, विभिन्न मांगो को लेकर गठित पिंगुआ कमेटी एवं सचिव सामान्य प्रशासन विभाग की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाय, कांग्रेस पार्टी के जन घोषणा पत्र के वादों को पूर्ण करने के लिए कर्मचारियों को चार स्तरीय वेतनमान तथा अनियमित, संविदा, दैनिक वेतनभोगी का नियमितीकरण, पुरानी पेंशन के लाभ हेतु प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना कर पेंशन निर्धारण तथा पूर्ण पेंशन के लाभ हेतु 33 वर्ष के स्थान पर 25 वर्ष सेवा अवधि रखा जाय। यह जानकारी जे पी उपाध्याय, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ जिला शाखा कोरबा एवं कार्यकारी संयोजक, छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला कोरबा ने दी है।