ओपीडी में अब 150 की जगह देना होगा 350 रुपए
कोरबा 8 मई। बिजली कर्मी और उनके आश्रितों का इलाज अब महंगा होगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम सीजीएचएस ने 9 साल बाद ट्रीटमेंट पैकेज की दर में बढ़ोत्तरी की है जिसे बिजली कंपनी ने भी लागू कर दिया है। राज्य बिजली कंपनी में लगभग साढ़े 13 हजार अधिकारी/कर्मचारी हैं, जिन्हें व उनके परिवार के सदस्यों को अब अनुबंधित इम्पैनल्ड हॉस्पिटलों में ओपीडी कंसल्टेशन की सुविधा लेने पर 135 रुपए की जगह 350 रुपए देना पड़ेगा। आईपीडी कंसल्टेशन के लिए भी यही शुल्क देना होगा। जबकि आईसीयू चार्ज अब 5400 रुपए जनरल वार्ड 1 हजार से 1500 रुपए और सेमी प्राइवेट 2 हजार से बढ़ाकर 3 हजार रुपए कर दिया गया है। प्राइवेट वार्ड लेने पर अब 3 हजार की जगह 4500 रुपए भुगतान करना पड़ेगा। राज्य बिजली कंपनी के बिजली कर्मियों को अनुबंधित निजी अस्पतालों में इलाज कराने पर बढ़ी दर पर कंसल्टेशन फीस, आईसीयू चार्ज देना होगा।
जारी आदेश से अब बिजली कर्मियों को इंपैनल्ड हॉस्पिटल में नए बढ़े हुए दर पर इलाज की सुविधा मिलेगी। कंपनी के बिजली कर्मचारियों व उनके परिवार के सदस्यों के लिए जो दरें लागू की गई है उसी के तहत इन अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है। बीते दिनों केन्द्र सरकार ने सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के तहत निजी अस्पताल में इलाज की दरों में संशोधन किया है। नई दरें अब राज्य बिजली कंपनी में भी लागू कर दी गई है। छत्तीसगढ़ राज्य बिजली ट्रांसमिशन कंपनी रायपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आदेश जारी करते हुए सीजीएचएस की नई दरें लागू कर दी गई है। अनुबंधित निजी अस्पतालों में इलाज कराने पर अब कंपनी के अफसर.कर्मियों को बढ़े हुए दर पर कंसल्टेशन, आईसीयू सेवा, रूम रेंट मिल पाएगा।औद्योगिक उपक्रमों द्वारा अपने कर्मचारी व उनके परिजनों के चिकित्सा की सुविधा के लिए अस्पताल अनुबंधित किए जाते हैं। अनुबंधित अस्पतालों में नियम अनुरूप इलाज का खर्च वहन करना होता है। राज्य बिजली कंपनी ने अपने कर्मचारियों को बेहतर इलाज की सुविधा देने अनेक निजी अस्पतालों को भी अनुबंध किया है। जिसकी संख्या प्रदेश में 126 के करीब है। वहीं जिले के 5 से 6 हॉस्पिटल भी इंपैनल्ड हॉस्पिटल की सूची में है।