कोरबा 8 मई। जिला पंजीयन कार्यालय में पंजीकृत 76 हजार बेरोजगारों में 3,262 युवाओं ने 2,500 रूपये बेरोजगारी भत्ता के लिए आवेदन किया है। भत्ता पाने के लिए जो गाइडलाइन दिए गए हैं वह बेहद जटिल है। इसकी वजह से युवा रूचि नहीं दिखा रहे। अभी 2,227 आवेदनों का सत्यापन हुआ है, जिसमें 837 आवेदन निरस्त कर दिया गया है। जानकारी के अभाव में हाल ही में पंजीयन कराने वालों ने भी आवेदन कर दिया है।
राज्य सरकार ने शिक्षित बेरोजगारों को हर महीने 2,500 रुपये दिए जाने की घोषणा की है। गाइडलाइन जारी करने के बावजूद अपात्र बेरोजगार भी आनलाइन आवेदन कर रहे हैं। जिन कारणों से आवेदन निरस्त हो रहे हैं उनमें बिना नवीनीकरण के पंजीयन, हाल में कराए कराया गया नया पंजीयन के साथ आवेदन करना है। प्राप्त हो रहे आवेदनों को जिले के सभी ब्लाक में सेक्टर बनाकर आनलाइन आवेदन करने वाले बेरोजगारों के दस्तावेजों की जांच कर सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन में सेक्टर प्रभारियों के स्वीकृति मिलने के बाद ही योजना का लाभ मिलना है। बेरोजगारी भत्ता योजना के लिए आनलाइन आवेदन करने पर दस्तावेजों में किसी तरह की खामियां होने पर भी प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
जारी गाइड लाइन के अनुसार बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ लेने आवेदक के पूरे परिवार की आय सलाना 2.50 लाख रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। परिवार से तात्पर्य पति-पत्नी, आश्रित बच्चे और आश्रित माता-पिता से है। आवेदक की स्वयं का आय का कोई स्रोत न हो और आवेदक के परिवार के सभी स्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपये से अधिक न हो। पारिवारिक आय हेतु तहसीलदार या उससे उच्च राजस्व अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र बेरोजगारी भत्ता की आवेदन तिथि से एक वर्ष के अंदर ही बना हो। इस तरह के कायदों को पूरा करने आवेदक असमर्थ हैं। इस वजह से भी आवेदन निरस्त हो रहे हैं। महीनेभर में करीब तीन हजार बेरोजगारों ने ही आनलाइन आवेदन किया है। इसमें से 2.227 बेरोजगारों ने ही सत्यापन कराया है। जबकि 100 बेरोजगार तय तिथि पर सत्यापन कराने नहीं पहुंचे। इन्हें दोबारा मौका दिया गया है और दस्तावेजों के सत्यापन के लिए बुलाया गया है।
भत्ता पाने सबसे अधिक आवेदन पाली व करतला ब्लाक के बेरोजगारों ने किया है। करतला में आवेदनों की संख्या 869 ओर पाली में 735 है। एक अप्रैल 2021 के पूर्व पंजीयन कराने वाले बेरोजगार ही योजना के लिए पात्र होंगे। पंजीकृत आंकड़े के अनुसार साल 2018 में 11,582,2019 में 9774 व 2020 में 5382 बेरोजगारों ने पंजीयन कराया है। इस तरह तीन वर्षों में बेरोजगारों की संख्या 26 हजार 738 है। लेकिन अब तक तीन हजार के करीब आनलाइन आवेदन की संख्या है। इस तरह महज 11 प्रतिशत बेरोजगारों ने ही भत्ता पाने में रूचि दिखाई है। इसमें से भी कुछ आवेदन निरस्त भी हुए है।