कोरबा 23 जून। सरकारी स्कूलों में वर्ष 2016 से विद्या मितान के रूप में काम करने वाले कर्मियों ने चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस सरकार को पिछले चुनाव में उसके द्वारा किए गए घोषणा की याद दिलाते हुए इन लोगों ने कहा है कि नियमितीकरण का वादा आखिर कब पूरा होगा। बोनस अंक से बात नहीं बनने का एलान करने के साथ इन लोगों ने सरकार के नाम का ज्ञापन जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा।
10 महीने तक स्कूलों में सेवा देने वाले विद्या मितान की संख्या कोरबा जिला सहित प्रदेश में हजारों में है। निश्चित मानदेय पर इन लोगों की सेवाएं ली जा रही हैं। राजनीति में रेवड़ी कल्चर के अंदाज में पिछले चुनावी वर्ष 2018 में कांग्रेस के द्वारा जन घोषणा पत्र में विद्या मितान को नियमित करने का जिक्र किया गया था। लेकिन अब कहां जा रहा है कि सरकारी भर्तियों में विद्या मितान को दो बोनस अंक दिए जाएंगे। इसी को लेकर तकरार बनी हुई है। कहां जा रहा है कि जो वादा किया गया है उसी हिसाब से काम किया जाना चाहिए। विद्या मितान संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि उन लोगों ने कोरोना कालखंड के दौरान काफी परेशानियां महसूस की जिसे सरकार ने बिल्कुल गंभीरता से नहीं लिया। अब विभिन्न विभागों में काम कर रहे संविदा कर्मियों को नियमित करने की कार्यवाही की जा रही है तब विद्या मितान के लिए केवल बोनस के 2 अंक से काम आखिर कैसे चलेगा। विद्या मितान संघ ने अपने नियमितीकरण को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है और लगातार प्रदर्शन करना जारी रखा है। उन्होंने कहा है कि मांग पूरी होने तक इस प्रदर्शन को किया जाता रहेगा।