बेनकाब हो सकते हैं कई सफ़ेदपोश, पुलिस पर टिकी निगाहें
कोरबा 3 जून। पांच साल पहले लापता हुई कोरबा की एंकर सलमा सुल्ताना की कथित हत्या की विवेचना के सिलसिले में आज दोपहर डेड बॉडी रिकवरी ऑपरेशन शुरू हो गया है। अब तक जो चर्चाएं सुनने में आ रही है उन पर यकीन किया जाए तो इस मामले में शहर के कई सफेदपोश चेहरे बेनकाब हो सकते हैं, बशर्ते पुलिस सबूत जुटाने कड़ी मेहनत करें और निष्पक्षता के साथ कार्रवाई को अंजाम दे।
3D स्क्रीनिंग के बाद मिट्टी हटाने का कार्य प्रारंभ
आपको बता दें कि एंकर सलमा सुल्ताना की डेड बॉडी की तलाश के लिए भू- गर्भ विशेषज्ञों की टीम आज दोपहर कोरबा पहुंची। मौके पर पहुंच कर उन्होंने 3D स्कैनर (थर्मल राडार) के जरिए संभावित स्थान की स्कैनिंग प्रारंभ की। पिछले 5 साल से लापता सलमा सुल्ताना की हत्या कर कोरबा दर्री मार्ग पर हसदेव बांयी तट नहर के किनारे उसका शव दफन कर दिये जाने का इनपुट पुलिस को मिला है। पुलिस ने प्रारंभ में जेसीबी के सहारे संभावित स्थल की मिट्टी हटाकर डेड बॉडी की तलाश शुरू की थी, लेकिन बाद में समझ में आया कि इस तरह से डेड बॉडी की खोज नहीं की जा सकती। इसके बाद 3D स्कैनर (थर्मल राडार) के जरिए तलाश आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया। आज दोपहर बाद रायपुर से विशेषज्ञों का दल 3D स्कैनर के साथ कोरवा पहुंच गया । सिटी एसपी दर्री रॉबिंसन गुड़िया की मौजूदगी में संभावित स्थल की स्कैनिंग प्रारंभ कर दी गई । संभावित स्थल की भौगोलिक स्थिति इन 5 सालों में बदल चुकी है। एक बड़े हिस्से में फोरलेन सड़क का निर्माण हो चुका है और कंक्रीट की पक्की ढलाई कर सड़क बनाई जा चुकी है। लगभग 5 बजे स्केनिंग का काम पूरा हुआ। इसके बाद जेसीबी से सम्भावित स्थान से मिट्टी हटाने का कार्य शुरू किया गया, जो अभी जारी है।
क्या है 3D स्क्रीनिंग मशीन?
3D स्क्रीनिंग मशीन का उपयोग फोटोग्राफी, भूमिगत खनिज पदार्थों की पहचान और जमीन के भीतर दबी ठोस वस्तुओं की तलाश से लेकर निर्माण कार्य की माप लेने तक किया जाता है। 3D स्क्रीनिंग के एक से अधिक तरीके प्रचलन में हैं। भूगर्भ में दबे हुए ठोस अथवा सामान्य मिट्टी की संरचना से अलग किस्म की आकृति का पता लगाने के लिए भी 3D स्क्रीनिंग तकनीकी का उपयोग किया जाता है। एक छोटा स्कैनर मशीन होता है जिसका उपयोग भूगर्भ की संरचना का पता लगाने के लिए किया जाता है। इस मशीन से जमीन पर लेजर किरणें प्रवाहित की जाती हैं जो जमीन के भीतर 25 मीटर तक की गहराई में मौजूद भूमि की संरचना और अन्य वस्तुओं की आकृति का 3 D इमेज बनाकर कंप्यूटर के स्क्रीन पर प्रदर्शित करती हैं। इस इमेज के जरिये भूगर्भ शास्त्री जमीन के भीतरी संरचना का विश्लेषण करते हैं और उसके स्वरूप का निर्धारण करते हैं। 3D स्क्रीनिंग के जरिए जहां जमीन में दबे खजाना का पता लगाया जाता है, वही खनिज संपदा की भी खोज की जाती है। हालांकि अलग-अलग खोज के लिए भिन्न-भिन्न 3D स्क्रीनिंग मशीन का उपयोग किया जाता है।
छत्तीसगढ़ की कोरबा की न्यूज़ एंकर सलमा सुल्ताना की हत्या की इनपुट मिलने के बाद उसकी डेड बॉडी ( कंकाल ) की रिकव्हरी के लिए ऐसी ही मशीन का उपयोग किया गया है। इस मशीन से जमीन पर लेजर किरणें प्रवाहित की गई, जमीन के भीतर की संरचना का 3D इमेज बनाया, जिसके विश्लेषण के बाद डेड बॉडी ( कंकाल ) दबे होने के संभावित स्थान पर मिट्टी हटाने का कार्य शुरू किया गया।कोरबा- दर्री मार्ग पर जमीन के नीचे नर कंकाल की तलाश में मौके पर पुलिस अधिकारियों ने डेरा डाला हुआ है।
क्या हुआ था और क्या हो रहा?
ज्ञात हो कि कुसमुंडा थाना क्षेत्र से वर्ष 2018 में लापता सलमा सुल्ताना के बारे में पुलिस को कुछ अहम सूचनाएं मुखबिर के जरिए प्राप्त हुई हैं। इन सूचनाओं की तस्दीक करने के लिए उस जगह को खोज कर खोदने की कवायद जारी है जहां कथित तौर पर उक्त लापता युवती को मार कर शव को बोरे में बांधकर दफन किया गया है। हालांकि 2018 में अंजाम दी गई घटना के बाद वर्तमान में उक्त स्थान पर काफी परिवर्तन हुए हैं जिससे सही जगह का पता लगा पाना मुश्किल साबित हो रहा है। संभावनाओं के आधार पर पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में पुरजोर तरीके से जुटी हुई है। यदि नर कंकाल मिल जाता है तो यह पुलिस के लिए एक बहुत बड़ा सुराग उक्त युवती की खोज में साबित होगा। इसके बाद विज्ञानिक/फोरेंसिक तरीके से जांच की प्रक्रिया आगे बढ़ा कर अग्रिम कार्यवाही संभव हो पाएगी। पुलिस के द्वारा उक्त युवती की हत्या और इसमें सहयोग करने वालों की भी तलाश की जा रही है। मुख्य संदेही जिम का संचालक अभी भी फरार है। पिछले दिनों पाली थाना क्षेत्र के जंगल से उसकी क्रेटा कार लावारिस हालत में बरामद कर कुसमुंडा थाना में जब्ती की गई है। दर्री सीएसपी रॉबिंसन गुड़िया ने बताया कि वैज्ञानिक तरीके से कुछ इनपुट मिले हैं जिनके आधार पर खुदाई कराई जा रही है।
इस बीच जनचर्चा में जो बातें सुनने में आ रही हैं, उनके अनुसार डेड बॉडी रिकव्हर होने के साथ ही मामले में कई चौकाने वाले तथ्यों का खुलासा हो सकता है और शहर के की सफेदपोश बेनकाब हो सकते हैं। देखना होगा कि पुलिस मामले से सम्बंधित कितने तथ्यों के सबूत जुटा पति है और कितने तथ्यों का खुलासा करती है।अब नागरिकों की निगाहें पुलिस कार्रवाई पर टिकी हुई है। दूसरी ओर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है।