कोरबा 10 जून। छत्तीसगढ़ प्रदेश सहकारी कर्मचारी संघ के आह्वान पर अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के सभी सहकारी समितियों के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से सहकारी समितियों के कार्यालयों में ताला लटक रहा है जिससे समितियों का कामकाज पूरी तरह ठप पड़ गया है और किसान खाद-बीज व केसीसी लोन के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। उन्हें यह सब सुविधा नहीं मिल पा रही है और काफी परेशान हैं। आगामी दिनों में बरसात आने वाली है और खेती-किसानी का काम शुरू होना है। ऐसे में कर्मचारियों की हड़ताल आगे खींचती है तो उनकी परेशानी और भी बढ़ जाएगी। हालांकि प्रशासन द्वारा कर्मचारियों से खाद-बीज वितरण की व्यवस्था बनाने को कहा जा रहा है लेकिन वे अभी भी हड़ताल पर डटे हुए हैं और समितियों के कार्यालयों में ताला लटक रहा है।
जानकारी के अनुसार जिले में 41 सहकारी समितियां हैं। जिसमें 220 के लगभग कर्मचारी कार्यरत हैं। सभी कर्मचारी काम बंद कर एक जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। उनकी मांगों में सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाए, सरकारी कर्मचारियों की भांति वेतनमान दिया जाए, समितियों में सीधी भर्ती प्रक्रिया को पूर्णत: समाप्त कर समितियों में कार्यरत कर्मचारियों का समायोजन करने की मांग शामिल हैं। सहकारी समिति के कर्मचारियों की हड़ताल पिछले 10 दिनों से लगातार जारी है लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है।