कोरबा 26 मई। आज सुबह 7.30 बजे के आसपास बारिश और गरज.चमक के बीच वज्रपात की घटना में 23 मवेशियों की मौत हो गई। ये सभी चारागाह क्षेत्र में मौजूद थे। बारिश होने पर पेड़ के पास उनकी उपस्थिति थी। तभी घटना हुई। बालकोनगर पुलिस ने सूचना मिलने पर संज्ञान लिया। राजस्व विभाग को इस बारे में अवगत कराया गया।
बालकोनगर थानांतर्गत सोनपुरी क्षेत्र में इस सीजन में आकाशीय बिजली गिरने की यह पहली घटना है। जिसमें चार पशु पालकों को लाखों की चपत लगी। उनकी एक भैंस और 22 गाय इस घटना में मारी गईं। बताया गया कि अन्य दिनों की तरह आज सबेरे मवेशियों को कोठार से चारागाह के लिए छोड़ा गया था। कुछ देर के बाद ही मौसम बदल गया। अचानक तेज हवाएं चलने लगीं। इसके ठीक बाद बादलों ने अपने तेवर दिखाने शुरू किये। बिजली की गर्जना होने के साथ 7ण्30 बजे सोनपुरी में एक जगह आकाशीय बिजली का गिरना हुआ। इसकी चपेट में 23 मवेशी आ गए जिन्होंने उसी स्थान पर दम तोड़ दिया। ये मवेशियां सोनपुरी के सरपंच और तीन अन्य पशुपालकों के बताए जाते हैं। ग्रामीणों ने वज्रपात को काफी करीब से महसूस किया और आशंका के आधार पर उस इलाके में पहुंचे जहां उनके मवेशी भेजे गए थे। सभी मवेशियों को अचेत पाए जाने पर पशुपालक परेशान हो गए। आनन-फानन में इनका जायजा लिया गया तो समझ में आया कि ये सभी प्राणहीन हैं। इसके बाद पुलिस और पशु चिकित्सा विभाग को जानकारी दी गई। मामले की पुष्टि के साथ राजस्व आपदा प्रबंधन विभाग को अवगत कराया गया। एक साथ बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत होने से पशुपालकों को झटका लगा है। बताया गया कि किसानों की जीविका में इनका खास योगदान था। खेती के सीजन से ठीक पहले मवेशियों की मौत ने किसानों को सकते में डाल दिया है।
प्रशासन के द्वारा प्राकृतिक आपदा में पशुधन की हानि होने पर पालकों को सहायता राशि दिया जाना प्रावधानित है। आरबीसी 6.4 के अंतर्गत यह सहायता दी जाती है। इसके लिए श्रेणियां तय है। दुधारू पशुओं के मामले में प्रति इकाई 30 हजार रुपए और दो अन्य श्रेणी में 25 व 15 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाती है। सोनपुरी की घटना को लेकर विभाग ने यहां का मुआयना किया। अगली कार्रवाई की जा रही है।