
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रामनगर चौकी में चार बदमाशों ने आपसी रंजिश पर एक युवक को बंधक बनाकर उसकी बेदम पिटाई की है।

चारों आरोपियों ने युवक का अपहरण कर मंदिर हसौद ले जाकर पिटाई का वीडियो बनाकर वीडियो वायरल किया था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों गिरफ्तार कर जुलूस निकाला। चारों आरोपियों को प्रिंस बागड़े, अंकुश और ललित कुर्रे समेत अनिल सिन्हा को दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
गुंडागर्दी पाप है, पुलिस हमारी बाप है
उल्लेखनीय है कि, गुढ़ियारी थाना के रामनगर चौकी में सामने आया है, जिसमें चार बदमाशों ने आपसी रंजिश पर एक युवक को बंधक बनाकर उसकी बेदम पिटाई की है। युवक की बेसबाल से अधमरा होते तक पिटाई करने के बाद भी बदमाशों का मन नहीं भरा, तो उस पर चाकू से जानलेवा हमला किया। बदमाश युवक को अपनी कार में बैठाकर बेसबाल से पिटाई करते हुए मंदिर हसौद ले गए और वहां उसे मरा समझकर मौके से फरार हो गए।
पुलिस के मुताबिक प्रिंस बागड़े, अंशुल तथा उसके दो अन्य साथियों ने शंकर सिंह ठाकुर को अपने घर बुलाकर बंधक बनाया। इसके बाद दो लड़कों ने शंकर पर बेसबाल से ताबड़तोड़ हमला किया। बदमाशों के बीच फंसा शंकर लड़कों से मारपीट नहीं करने की गुहार लगाता रहा। बावजूद इसके बदमाशों का दिल नहीं पसीजा। बेसबाल से मारपीट करने के बाद बदमाश शंकर को अंशुल की कार से जबरदस्ती अपने साथ बैठाकर मंदिर हसौद ले गए।
शंकर ने पुलिस को बताया है कि बदमाश बंधक बनाकर उसकी पिटाई करने के बाद हत्या करने की नीयत से कार में जबरदस्ती बैठाकर ले गए। रात को अंधेरा होने की वजह से शंकर को पता नहीं चल पाया कि बदमाश उसे कहां ले जा रहे हैं। शंकर के अनुसार बदमाश पूरे रास्ते उसके साथ मारपीट करते रहे। बदमाश जहां रुके, वहां एक बदमाश ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। बेसबाल की पिटाई तथा चाकू के हमले से गंभीर रूप से घायल शंकर बेहोश हो गया।
शंकर के बेहोश होने पर बदमाश उसे मरा समझकर मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के सूनसान इलाके में घनी झाड़ियों के बीच फेंककर मौके से फरार हो गए। दूसरे दिन होश आने पर शंकर ने राह चलते एक व्यक्ति से मोबाइल मांग कर डायल 112 में कॉल कर मदद मांगी। डॉयल 112 की टीम शंकर को प्राथमिक उपचार के लिए मंदिर हसौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। हालत गंभीर होने पर युवक को आंबेडकर अस्पताल शिफ्ट किया गया। इसके बाद शंकर को डीकेएस शिफ्ट किया गया है।
पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक तीन साल पूर्व किसी मामले में शंकर ने प्रिंस, अंशुल के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शंकर की शिकायत पर प्रिंस तथा उसके अन्य साथियों को जेल जाना पड़ा था। इस बात को लेकर बदमाश शंकर से नाराज थे और बदला लेने के उद्देश्य से शंकर की हत्या करने की नीयत से बंधक बनाकर उसकी बुरी तरह से पिटाई की।
इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि, बदमाशों के मन में पुलिस के प्रति कितना भय है, शंकर के साथ मारपीट करने की बदमाशों ने बाकायादा वीडियो बनाई। वीडियो बनाने के बाद बदमाशों ने उसे वायरल भी कर दिया। बदमाशों को पकड़ने को लेकर पुलिस की गंभीरता नहीं दिख रही है। यही वजह है कि मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस मौके पर जांच करने नहीं पहुंची और न ही फोरेंसिक टीम को इसकी जानकारी दी है।
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