CG news:– संघर्षों से भरा हुआ है निशा का जीवन, ऑटो चालक की बेटी का सपना पूरा किया प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साय–साय

Bilaspur news:– प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के द्वारा अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंच उसके सपनों को उड़ान देने के लिए कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में बिलासपुर के गरीब ऑटो चालक की बेटी के एवरेस्ट पता करने के सपने के बारे में मीडिया के माध्यम से संज्ञान आने पर संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खुद होनहार बिटिया को फोन किया और उसकी मेहनत की दाद देते हुए कहा कि प्रदेश की हर बेटी का सपना पूरा होगा। उन्हें सिर्फ सपने देखते हैं और उड़ान के लिए पंख भरना है, इसके लिए सारे संसाधन सुशासन की सरकार उपलब्ध कराएगी।
Bilaspur बिलासपुर। बिलासपुर के एक ऑटो चालक का बलिदान ऐसा कि उन्होंने ऑटो चला चला कर बेटी को अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो में झंडा फहराने के लिए हौसले दे दिए। बेटी के भी संघर्षों की ऐसी दास्तान है कि पिता के संघर्षों को देख बेटी ने कोई कोर– कसर सपनों को पूरा करने में नहीं छोड़ा। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर मिले सहयोग से बेटी अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा फहराएगी।

बिलासपुर शहर के चिंगराजपारा में रहने वाली निशा यादव के पिता ऑटो चालक है। ऑटो चला कर वह घर का पालन पोषण करते हैं। उनकी बेटी निशा यादव बचपन से पर्वतारोही बनना चाहती थी। बेटी के शौक को देखते हुए सीमित संसाधनों में भी पिता ने बेटी के अरमानों को पूरा किया। ऑटो चालक पिता ने अरुणाचल प्रदेश में माउंटेनियरिंग कोर्स करने भेजा। गरीब ऑटो चालक की बेटी के इस तरह के शौक को देखते हुए अड़ोसी– पड़ोसी और रिश्तेदार निशा का मजाक बनाते थे। पर निशा नेहाल नहीं मानी और लगातार मेहनत करती रही।

आर्थिक तंगियों के बावजूद भी निशा मेहनत करती रही। निशा को बचपन से ही प्रकृति और पहाड़ों के बीच रहना और पर्वतारोहण पसंद है। इस अथक मेहनत के परिणाम स्वरूप निशा लगातार सफलता प्राप्त करती गई और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। निशा का सपना अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह करना है। निशा का सपना है कि 19341 फीट ऊंची चोटी पर चढ़ कर भारत देश का झंडा तिरंगा फहराना। पर उसके लिए 3 लाख 45 हजार रुपए की फीस राह में बाधा बन रही थी। इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संज्ञान लिया। उन्होंने प्रदेश की बेटी का सपना पूरा करने के लिए खुद फोन कर निशा से बात की। निशा को सहसा मुख्यमंत्री के फोन का विश्वास नहीं हुआ। पर मुख्यमंत्री ने निशा को भावी सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश की हर बेटी का सपना पूरा करना उनका लक्ष्य है। आप अपने लक्ष्य पर फोकस करके मेहनत करें। खर्च की चिंता नहीं करने की बात भी मुख्यमंत्री ने कही। बिना किसी आवेदक स्वयं मुख्यमंत्री के द्वारा फोन कर मदद की पहल भी निशा के लिए किसी सुखद आश्चर्य से कम नहीं रही।

निशा ने मुख्यमंत्री से यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस की चढ़ाई के दौरान आई चुनौतियों के बारे में बताया। साथ ही पर्वतारोहण की रोमांचक यात्राओं का विवरण दिया। निशा ने बताया कि किलिमंजारो के बाद उनका अंतिम लक्ष्य माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद है आप माउंट एवरेस्ट पर झंडा फहराए। निशा को उन्होंने इसके लिए शुभकामनाएं भी दी।
पोस्ट ग्रेजुएट है निशा,कई रिकॉर्ड है निशा के नाम:–
निशा यादव ने राजनीति विज्ञान से पोस्टग्रेजुएट किया है। उन्होंने पर्वतारोहण में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। उनके नाम निम्न रिकॉर्ड है…
उत्तराखंड में नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी नैना पीक ट्रैक-8522 फीट
2 उत्तराखंड केदारकंठा ट्रैक-12500 फीट
3 छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा-2952 फीट
4अरुणाचल प्रदेश की पर्वत चोटी गोरीचेन-21,286 फीट
5 यूरोप महाद्वीप का सबसे ऊंचा पर्वत माउंट एलब्रुस-18510 फीट
दो बहनों में छोटी है निशा:–
निशा के पिता श्याम कार्तिक यादव ऑटो चालक है। वही माता राजकुमारी यादव हाउसवाइफ है। निशा 2 बहनों में छोटी है। उनकी बड़ी बहन प्रिया यादव की शादी हो चुकी है। निशा ने मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल बृहस्पति बाजार से 10वीं 12वीं की कक्षा पास की है। 12वीं उन्होंने जीव विज्ञान समूह से पास किया है। इसके बाद आर्ट्स विषय लेकर बीए किया फिर राजनीति विज्ञान में एमए किया है। निशा बिलासपुर में भी रोजाना अपना प्रेक्टिस जारी रखती है। इसके लिए बेस्ट स्विमिंग करने के साथ ग्राउंड में जाकर एक्सरसाइज करती है। कई बार निशा को हताशा हाथ लगी पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने लक्ष्य की तरफ मेहनत करती रही। यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस फतह करने के लिए उन्हें लाखों रुपए फीस भरने की जरूरत थी। तब सीपत एनटीपीसी ने उनका सहयोग किया था। वर्तमान में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने निशा की मदद के लिए पहल की है। एनपीजी से बात करते हुए निशा ने मुख्यमंत्री का आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि कई नेताओं और मंत्रियों के चक्कर काट कर और आवेदन देकर वे थक चुकी थी।

पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मीडिया के माध्यम से खबर संज्ञान में आने के बाद स्वयं पहल कर बिना आवेदन दिए उससे संपर्क किया और उसके सपनों को पूरा करने की दिशा में मदद की पहल की। जिसके चलते उनका परिवार मुख्यमंत्री के लिए कृतज्ञ है।
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