कोरबा 14 जून। आगामी 16 जून से नवीन शैक्षणिक सत्र की शुरूआत हो रही है। इस बार नवमीं कक्षा की बेटियों को विद्यालय प्रवेश के साथ ही साइकिल दी जाएगी। अब तक उन्हें यह सुविधा सत्र के मध्य अथवा दसवीं कक्षा पहुंचने के बाद ही प्राप्त होती थी। यह पहली बार होगा जब बालिकाओं को स्कूल खुलने के साथ ही साइकिल की सौगात दी जाएगी। आठवीं से उत्तीर्ण होकर नवमीं कक्षा में दाखिला लेने वाली 6500 छात्राओं को 16 जून से ही साइकिल मिलने से स्कूल पहुंचने की राह आसान होगी।
सरस्वती साइकिल योजना छात्राओं के लिए बनी वरदान:-सरस्वती साइकिल की योजना के तहत प्रतिवर्ष छात्राओं को साइकिल प्रदान की जाती है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यह योजना 14 साल पहले शुरू की गई थी। जिले 295 शासकीय हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल का संचालन हो रहा है। वनांचल ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को अब भी लंबी दूरी तय स्कूल जाना पड़ता है। भले ही सरस्वती साइकिल प्रति वर्ष प्रदान की जाती है पर समय पर वितरण नहीं होने की वजह से बालिकाओं को सत्र की शुरू से ही पैदल अथवा बस से यात्रा कर स्कूल पहुंचना होता था। इस बार यह यह समस्या नहीं होगी। आठवीं कक्षा में उत्तीर्ण के पश्चात नवमीं कक्षा में दाखिला लेते ही साइकिल दी जाएगी। यह योजना केवल सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बालिकाओं के लिए है। राज्य शासन की ओर जिले के पांचों ब्लाक मुख्यालय में पार्ट माह भर पहले ही भेजा जा चुका था ताकि बालिकाओं को शिक्षा सत्र की शुरूआत में साइकिल की सुविधा है। बताना होगा चुनावी वर्ष होने के कारण साइकिल वितरण पर आचार संहिता की शिकंजा लग सकता है। बालिकाओं को होने वाली असुविधा की संभावना को देखते हुए सत्र की शुरूआत में ही साइकिल वितरण का निर्णय लिया गया है। लोगों का मानना है कि जिस तरह से इस वर्ष साइकिल प्रदान सत्र की शुरूआत में की जा रही है उसी तरह प्रत्येक वर्ष की जानी चाहिए।
परिवहन के लिए राशि मांगी तो होगी कार्रवाई:- राज्य सरकार ने विकाखंड मुख्यालयों में साइकिल का अलग-अलग पार्ट भेजा था, जिसका एसेंबल भी किया जा चुका है। शिक्षा विभाग की ओर से साइकिल स्कूल ले जाने के लिए सूचना भी दे दी गई है। विकासखंड मुख्यालय से स्कूलों तक साइकिल को परिवहन करने के लिए आकस्मिक शाला निधि व्यय की राशि का उपयोग किया जाएगा। साइकिल परिवहन के लिए कई स्कूलों में अभिभावकों से राशि लेने की भी शिकायतें आती हैं। शिक्षा विभाग ने अभिभावकों को साइकिल का खंड मुख्यालय से स्कूल तक परिवहन के लिए किसी तरह की राशि नहीं देने के लिए कहा है।
जर्जर सड़क की वजह से नहीं टिक पाती साइकिलें:-बालिकाओं को निश्शुल्क साइिकल देने का मुख्य उद्देश्य हायर सेकेंडरी तक पढ़ाई सुनिश्चित करना है। मोरगा, करतला, पोड़ी.उपरोड़ा हायर सेकेंडरी आदि स्कूलों में दूर दूर से छात्राएं पढ़ाई करने आती है। अधिकांश गांवों को प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत मुख्य मार्गों से जोड़ा जा चुका है। सड़कों का समय पर मरम्मत नहीं कराए जाने की वजह से जर्जर हो चुकी है। यही वजह है छात्राओं को दी जाने वाली साइकिलें चार साल नहीं टिक पाती और बालिकों को स्कूल पहुंचने में परेशानी होती है।
गणवेश व पुस्तक का हो चुका है आवंटन:-नवीन शैक्षणिक सत्र की शुरूआत के साथ ही अन्य वर्षों की तरह विद्यालयों में प्रवेशोत्सव 16 जून से ही शुरू हो जाएगी। खास बात यह है कि इस बार गणवेश व पुस्तकों का वितण बच्चों को पहले ही दिन से दिन से किया जाएगा। इसके पहले स्कूलों कहीं गणवेश तो कहीं पुस्तकों की ही वितरण की जाती थी। माध्यमिक शिक्षा मंडल से संकुलों पुस्तकें पखवाड़े भर पहले भेज दी है। साथ ही शासन ने गणवेश का वितरण भी पूरा कर लिया है। इसके बाद समय पर बच्चों पुस्तक व गणवेश नहीं मिली तो इसके लिए विद्यालय प्रमुख जिम्मेदार होंगे।
कहां कितनी साइकिल का होगा वितरण:-विकासखंड. साइकिल करतला. 1300, कोरबा. 1200,कटघोरा. 1200,पोड़ी उपरोड़ा. 1300,पाली. 1500। जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज ने दी जानकारी। शिक्षा अधिकारी जी पी भारद्वाज ने कहा कि नवमीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को प्रशासन की योजना के अनुसार 16 जून से ही साइकिल दी जाएगी। प्रत्येक विकासखंड मुख्यालयों में साइकिल असेंबल की जा चुकी हैं। यह सुविधा बालिकाओं के लिए निश्शुल्क है। मुख्यालय से परिवहन की जिम्मेदारी प्राचार्यो को दी गई है।