गौ-तस्करी में प्रयुक्त 21 वाहन प्रशासन ने किए राजसात

अब तक 900 से अधिक गौ-वंश को तस्करों से किया गया मुक्त झारखंड नंबर के वाहन मालिकों पर भी कसा शिकंजा

जिले में ‘ऑपरेशन शंखनाद’ की बड़ी कार्रवाई: गौ-तस्करी में प्रयुक्त 21 वाहन राजसात, अब तक 900 से अधिक गौवंश मुक्त,
पुलिस ने जनवरी 2024 से अब तक 85 केस दर्ज किए, जिनमें 123 तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है। पुलिस ने अब तक कुल 46 वाहन जब्त किए हैं, जिनमें से 21 पर राजसात की मुहर लग चुकी है। इन सभी वाहनों की कुल कीमत करीब 4 करोड़ रुपये है।
जशपुर, 06 जून 2025।
जिले में गौ-तस्करी के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन शंखनाद” के तहत जशपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के प्रतिवेदन पर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रोहित व्यास द्वारा गौ-तस्करी में जब्त 21 वाहनों को राजसात करने का आदेश जारी किया गया है। यह कार्रवाई न केवल तस्करी पर रोकथाम के दृष्टिकोण से अहम मानी जा रही है, बल्कि अवैध गतिविधियों में संलग्न अपराधियों के आर्थिक नेटवर्क पर प्रभावी प्रहार भी है।
अब तक 46 वाहन जब्त, 21 राजसात, 123 आरोपी गिरफ्तार
जशपुर पुलिस ने जनवरी 2024 से अब तक “ऑपरेशन शंखनाद” के अंतर्गत 85 प्रकरणों में 123 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान गौ-तस्करी में प्रयुक्त 46 वाहनों को जब्त किया गया है, जिनकी अनुमानित कुल कीमत लगभग 4 करोड़ रुपये है। इनमें से 21 वाहनों को अब राजसात कर लिया गया है, जबकि शेष वाहनों को भी राजसात करने की प्रक्रिया प्रगतिशील है।
राजसात किए गए प्रमुख वाहन (चयनित विवरण):
क्रम वाहन प्रकार पंजीयन क्रमांक
1 ट्रक JH01EP/9416
2 पिकअप CG10A-5617
3 टाटा सूमो JH08A/7899
4 स्कॉर्पियो OR16B/7655
5 छोटा हाथी JH01EU/9753
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(कुल 21 वाहन, पूरी सूची रिपोर्ट में उपलब्ध)
वाहन मालिकों को मिला था जवाब देने का अवसर
प्रशासन द्वारा सभी संबंधित वाहन मालिकों को अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान किया गया था। उचित न्यायिक प्रक्रिया के उपरांत जिला दंडाधिकारी ने 18 प्रकरणों में 21 वाहनों को राजसात करने का निर्णय लिया। ये वाहन अब सरकारी संपत्ति माने जाएंगे और नीलामी की प्रक्रिया के माध्यम से इनसे प्राप्त राशि राजस्व खाते में जमा की जाएगी।
चिह्नित आरोपियों में झारखंड के वाहन स्वामी प्रमुख
जप्त किए गए अधिकांश वाहन झारखंड राज्य के पंजीकृत हैं। इनमें शामिल कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
मो. जलालुद्दीन, साईंटांगरटोली, ट्रक: JH01FN-4830
मो. मोगेरह अंसारी, सिसई, ट्रक: JH01FM-4170
नंदू गंझू, बुर्मू, छोटा हाथी: JH01EU-9753
कामरान फरास, भरनो, पिकअप: JH01FE-7395
ये सभी गौ-वंश की अवैध तस्करी में संलिप्त पाए गए थे।
एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को दिए निर्देश
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने जिले के समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि गौ-तस्करी जैसे अपराधों पर त्वरित व निर्णायक कार्रवाई सुनिश्चित करें। पुराने लंबित मामलों में फरार आरोपियों की तलाश व गिरफ्तारी को लेकर विशेष टीमों का गठन भी किया गया है।
प्रशासन की सख्ती बनी तस्करों की चुनौती
जशपुर पुलिस का यह अभियान अवैध गौ-तस्करी पर सख्त नियंत्रण की दिशा में एक निर्णायक कदम माना जा रहा है। प्रशासन द्वारा की जा रही राजसात कार्रवाई से यह संकेत स्पष्ट है कि अब केवल गिरफ्तारियों से नहीं, बल्कि अपराध से अर्जित संसाधनों की जब्ती के जरिए अपराधियों की आर्थिक संरचना को ध्वस्त किया जाएगा।
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