Chhattisgarhअपराधछत्तीसगढ़बड़ी ख़बरबिलासपुर

Bilaspur news:–रिटायर्ड कर्मचारी को पोर्नोग्राफी और मनी लॉन्ड्रिंग में फसाने का झांसा देकर सैलून के कर्मचारियों ने की 54 लाख की ठगी, पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

Bilaspur news:– सेवानिवृत कर्मचारी को पोर्नोग्राफी और मनी लांड्रिंग केस में फसाने का झांसा देकर खुद को ईडी और क्राइम ब्रांच का अधिकारी बता 54 लाख रुपए की ठगी कर ली गई।। पुलिस ने मामले में राजस्थान के अलवर से सैलून दुकान में काम करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वही मामले में एक आरोपी फरार है जिसकी तलाश जारी है।

Bilaspur बिलासपुर। मनी लांड्रिंग ओर पोर्नोग्राफी केस में फसाने की धमकी देकर 71 वर्षीय सेवानिवृत्त कर्मचारी से 54 लाख रुपए की ठगी करने वाले दो ठगों को पुलिस ने राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया है। दोनों युवक अलवर के सैलून में काम करते है। वही एक आरोपी फरार है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। मामला रेंज साइबर थाने का है।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

साइबर क्राइम पुलिस के निरीक्षक विजय चौधरी के नेतृत्व में राजस्थान के अलवर पहुंची टीम ने 20 वर्षीय निकुंज और लक्ष्य सैनी को गिरफ्तार किया है। निकुंज के बैंक खाते से करीब नौ लाख रूपए भी बरामद किए गए हैं। इस साल जुलाई महीने में केंद्रीय सेवा से सेवानिवृत अज्ञेय नगर निवासी जयसिंह चंदेल ने बिलासपुर साइबर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि मुझे केस में फंसाने की धमकी देकर 54 लाख 30 हजार रूपए की ठगी की गई। चंदेल को किए गए फोन नंबर के आधार पर पुलिस अलवर तक पहुंची और दोनों युवकों को गिरफ्तार किया। निरीक्षक चौधरी ने बताया कि निरज ने चंदेल को फोन कर कहा कि आपके मोबाइल से मेरे मोबाइल पर पोर्न वीडियो भेजे गए हैं। निरज ने चंदेल के व्हाट्सएप पर एक फर्जी एफआईआर की प्रति भेजी । मुंबई पुलिस द्वारा इस मामले की जांच करने की बात कही। निरज ने चंदेल से कहा कि आपका नाम पोनोग्राफी और मनी लांड्रिंग के मामले में आ गया है। इसके बाद लक्ष्य से मुंबई पुलिस का अधिकारी विनायक बनकर चंदेल को फोन से धमकाया। दोनों बदमाशों ने कहा कि मुंबई में एक व्यक्ति के घर 274 एटीएम कार्ड मिले हैं,जिनमें एक आपके नाम का है। इस मामले की प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। दोनों युवकों ने चंदेल को धमका कर पैसे अपने बैंक खातों में जमा करवा लिए। ठगी का अहसास होने पर चंदेल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। शिकायत के बाद पुलिस की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी।

एसपी रजनेश सिंह के निर्देश पर सीएसपी अक्षय प्रमोद सबद्रा के मार्गदर्शन में हुई प्राथमिक जांच के बाद पुलिस टीम ने दबिश देकर हरियाणा के सिरसा और राजस्थान के श्रीगंगानगर क्षेत्र में रहने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद पुलिस टीम उनके साथियों की तलाश कर रही थी। जांच के बाद पुलिस ने अलवर से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एक टीम फिलहाल हरियाणा में है। वह फरार साथी की तलाश कर रही है। बताया जाता है कि फरार आरोपित जालसाजों को फंसाने लायक लोगों की जानकारी उपलब्ध कराता था। इसके अलावा वह ठगी की रकम को ठिकाने लगाने का भी काम करता था। फिलहाल पुलिस की टीम राजस्थान और हरियाणा में अलगअलग जगहों पर छापेमारी कर रही है।

  स्वतंत्रता दिवस पर एसपी द्वारा छोडा गया कबूतर गिरा जमीन पर,सोसल मिडिया पर हो रहा जमकर वायरल,

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों के विरुद्ध हरियाणा जिले के सिरसा थाने के ऐलनाबाद और राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के थाना सदर में भी अपराधिक रिकॉर्ड दर्ज है और उनकी गिरफ्तारी की जा चुकी है। जहां से जमानत मिलने के पश्चात वह फिर से साइबर ठगी को अंजाम दे रहे थे।

साइबर ठगों से बचने पुलिस ने की अपील:–

सायबर ठग आये दिन नये नये तरीको के माधयम से आम जनता से धोखाधडी करने का प्रयास करते है –

कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा .डी. का अधिकारी बताकर ठगी करने का प्रयास करते है ऐसे काॅल से सावधान रहे। बिलासपुर पुलिस इस प्रकार के ठगी को रोकने के लिये थानो में आम जनता द्वारा दर्ज कराये गये रिपोर्ट में मोबाईल नम्बर एवं व्यक्तिगत जानकारी हाईड किया जा रहा है।


अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल पर सेव नही है उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो आदि शेयर न करे।
अनजान वेबसाईट एवं अनाधिकृत एप डाॅउनलोड या सर्च करने से बचे।
कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दुगना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहे खुद को स्वयं होकर ठगो के पास न पहॅुचाये।

स्वयं की पहचान छुपाकर सोषल मिडीया फेसबुक, इन्स्टाग्राम, व्हाट्सएप इत्यादि के माध्यम से ईंटिमेट (अष्लील लाईव चैंट) करने से बचे।

परीक्षा में अधिक अंको से पास करा देने की झांसा देने वाले व्यक्तियो खासकर ़92 नम्बरो से आने वाले वाॅट्सअप काॅल से बचने का प्रयास करे।
सायबर ठगो को ठगी की रकम को ठिकाने लगाने के लिये उनको बैंक खातो या वाॅलेट की जरूरत पडती है इसके लिये ठग मनी म्यूल बनाते है किसी व्यक्ति को पैसा नौकरी इनाम या निवेष का लालच देकर अपने जाल में फंसाते है ऐसे अवैध रकम को आपके बैंक खाते में ट्रांसफर करवाकर ठगी में शामिल कर लेते है, अन्जान लोगो से किसी भी प्रकार का लेनदेन करने से बचे।

साइबर फ्राॅड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित रिपोर्ट दर्ज करा सकते है:-
तत्काल नजदीकी थाना में अपनी षिकायत दर्ज करें।

हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है।
https://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है।

Was this article helpful?
YesNo

Live Cricket Info

Kanha Tiwari

छत्तीसगढ़ के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों से लोक जन-आवाज को सशक्त बनाते हुए पत्रकारिता की अगुआई की है।

Related Articles

Back to top button