ब्रांडेड गोल्ड के भ्रम से सावधान करें ग्राहक: छत्तीसगढ़ सराफा संघ की चेतावनी

बिलासपुर/रायपुर, -छत्तीसगढ़ सराफा संघ ने ब्रांडेड ज्वेलरी कंपनियों द्वारा सोने की शुद्धता और कीमत को लेकर फैलाई जा रही भ्रामक जानकारियों के खिलाफ उपभोक्ताओं को आगाह किया है। संघ के अध्यक्ष कमल सोनी ने शनिवार को बिलासपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में स्पष्ट कहा कि “सोना कभी रेट से सस्ता नहीं हो सकता और न ही कोई ब्रांड इसे रेट से अधिक शुद्ध बता सकता है।”
उन्होंने कहा कि बड़े कॉरपोरेट घराने उपभोक्ताओं को ब्रांडिंग के नाम पर भ्रमित कर रहे हैं, जिससे पारंपरिक और छोटे सराफा व्यापारियों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।
“गोल्ड की दर वैश्विक बाजार तय करता है। ब्रांडेड और अनब्रांडेड शुद्धता के मायने में कोई फर्क नहीं होता। यह सिर्फ एक मार्केटिंग झांसा है,” — कमल सोनी, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ सराफा संघ
9 बिंदुओं की विस्तृत सलाह जारी
संघ ने ग्राहकों को जागरूक करने के उद्देश्य से 9 मुख्य बिंदुओं वाली सलाह जारी की है:
- BIS हॉलमार्क वाले ही गहने खरीदें (22 कैरेट = 91.6%, 18 कैरेट = 75%)
- मेकिंग चार्ज की पूर्व जानकारी लें (आमतौर पर 12%–18%)
- कुल बिल में वजन × रेट + मेकिंग चार्ज + GST को ध्यान से जांचें
- हॉलमार्किंग शुल्क अधिकतम ₹45 + GST से अधिक न हो
- स्टोन जड़ित गहनों में पत्थरों का वजन सोने में शामिल न किया जाए
- खरीदारी के समय दुकान की रिटर्न/एक्सचेंज पॉलिसी की जानकारी लें
- पूरे लेनदेन का विस्तृत बिल जरूर लें
- खरीदारी के दिन की अद्यतित सोने की दर से ही तुलना करें
- ग्राहक को हर जानकारी पूछने और पारदर्शिता की मांग करने का अधिकार है
छोटे व्यापारियों के हितों पर असर
संघ के अनुसार, ब्रांडिंग के दावे न केवल उपभोक्ताओं को भ्रमित कर रहे हैं, बल्कि छोटे सराफा व्यापारियों के आर्थिक हितों पर भी सीधा असर डाल रहे हैं।
इस मौके पर संघ के कोषाध्यक्ष हर्षवर्धन जैन, महासचिव प्रकाश गोलछा, बिलासपुर कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीकांत पांडेय सहित अन्य वरिष्ठ सराफा व्यापारियों ने भी उपभोक्ताओं से सतर्कता बरतने की अपील की।
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