गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम संपन्न: खोगसरा के आगोहन गांव में गुरु की महिमा पर हुआ सारगर्भित विचार-विमर्श

गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम संपन्न: खोगसरा के आगोहन गांव में गुरु की महिमा पर हुआ सारगर्भित विचार-विमर्श
खोगसरा (आगोहन):गांव आगोहन में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर एक भव्य व गरिमामय उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामवासियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता भानु प्रताप कश्यप जी ने अपने ओजस्वी पाथेय में गुरु की महिमा का विस्तार से वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि परम पवित्र भगवा ध्वज को हमारे पूर्वजों ने गुरु रूप में स्वीकार किया है। इतिहास साक्षी है कि जब राजा-महाराजाओं के बीच युद्ध होता था, तो वे भगवा ध्वज के तले एकजुट होकर विजय पताका फहराते थे। सूर्य की आभा, यज्ञ की लपटों तथा ऋषि-मुनियों के वस्त्रों का प्रतीक यह भगवा ध्वज ही हमारी संस्कृति और संगठन का केंद्रबिंदु है।
कश्यप जी ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना वर्ष 1925 में हुई थी और डॉक्टर केशवराव पंत हेडगेवार जी ने स्वयंसेवकों से आग्रह किया था कि वे भगवा ध्वज को गुरु रूप में स्वीकार करें। आज आवश्यकता है कि हर गांव में प्रतिदिन एक घंटे की नियमित शाखा लगाकर हिंदू समाज को संगठित रखा जाए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दिगंबर रोहिणी ने की। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष राजू सिंह राजपूत, प्रकाश यादव, बजरंग पटेल, दुर्गेश सिंह, मनीष राठौर, राजेंद्र वर्मा, मुकेश काशीपुरी सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन ग्राम विकास विभाग के प्रमुख अवधेश कश्यप (बिलासपुर) द्वारा किया गया।