
रतनपुर– नगरपालिका में पदस्थ शासकीय व गैर शासकीय कर्मचारियों को पिछले चार माह में पगार नही मिलने से हाहाकार मचा हुआ है,लगभग हर रोज निकाय में सफाई कर्मचारियों द्वारा अपने पगार को लेकर शोर शराबा किया जा रहा है,
गौरतलब है कि प्रशासन की कृपा से नगरपालिका के लगभग सभी आय के श्रोत (सोर्स आफ इनकम) बन्द के कगार पर है,जिसके चलते नगरपालिका की आर्थिक स्थिति पूरी तरह बिगड़ी हुई है,हालात ये है कि नगरपालिका के सभी नियमित कर्मचारी व अनियमित कर्मचारियों को बीते चार माह से वेतन नही मिल सका है, जिसके चलते आये दिन नगरपालिका में विवाद की स्थिति अधिकारी व कर्मचारियों के बीच बनी रहती है,
**सोर्स आफ इनकम बन्द ***
नगरपालिका क्षेत्र में जो इनकम के आधार थे वो सभी पूर्ववर्ती सरकार की कृपा से बन्द हो चुके है, जिनमे
दैनिक व साप्ताहिक बाजार शुल्क,वाहन प्रवेश शुल्क,निर्यात कर,कांजी हाऊस,सहित अन्य आय के श्रोत शामिल है,वही तालाब ठेका से एक समय मे निकाय का इनकम करोड़ों रु में था जो आज सरकार की मत्स्य नीति के पालन की अनिवार्यता के चलते इनकम शून्य पर जा पहुंचा है,आज की स्थिति में मात्र निकाय क्षेत्रों में सम्पत्ति समेकित कर तथा भवन निर्माण स्वीकृति ही बस इनकम का आधार बचा हुआ है जो कर्मचारियों के वेतन के लिए अपर्याप्त है,बढ़ती मंहगाई के बीच पिछले चार महीनों से वेतन नही मिलने के कारण कर्मचारियों की हालत खराब है,बाहर से तबादला होकर आए एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जिस मकान में वे रहते है वहाँ का मकान मालिक किराया नही पटा पाने के वजह से घर खाली करने को कह रहे है,उन्होंने बताया कि वेतन चार माह से नही मिला है,घर मे राशन तक नही बचा है वही दुकानदार उधारी देने में भी आनाकानी करता है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में निकाय की हालत को सुधारने लगभग एक करोड़ रु की जरूरत है,तब कही जाकर कर्मचारियों को वेतन ,सफाई वाहनों में डीजल सहित अन्य कार्यों को सुचारू रूप से चलाया जा सकता है,
उपरोक्त सम्बन्ध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी एच डी रात्रे ने बताया कि प्रशासन व उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई है,उनसे मार्गदर्शन लिया जा रहा है,
” विभागीय मंत्री महोदय को जानकारी दी गई हैं, शीघ्र ही सभी कर्मचारियों के वेतन की ब्यवस्था हो जाएगी,
घनश्याम रात्रे,(अध्यक्ष)
नगरपालिका रतनपुर