
बिलासपुर। आत्महत्या के लिए उकसाने के डेढ़ साल पुराने मामले में कांग्रेस नेता अकबर खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अकबर खान अपने घर में बुर्के में छुपा बैठा था। पुलिस ने अदालत में पेश करने से पहले उसकी रैली भी निकाली है।
बिलासपुर। व्यवसायी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने लैंड माफिया कांग्रेस नेता अकबर खान की गिरफ्तारी के बाद अदालत ले जाते समय उसकी पैदल रैली भी निकाली है। बता दे कि कांग्रेस सरकार में काफी प्रभावशाली रहे अकबर खान के ऊपर डेढ़ साल पहले 56 वर्षीय व्यवसायी को आत्महत्या के उकसाने का मामला सामने आया था। पर पुलिस ने लगातार 15 माह तक अपराध दर्ज नहीं किया। राज्य में सरकार बदलने के बाद जनवरी 24 में अकबर के ऊपर अपराध दर्ज किया गया। इसके बाद अकबर फरार हो गया था। नए एसपी रजनेश सिंह ने जब पुराने मामलों की समीक्षा की तब यह मामला भी उनके सामने आया और उन्होंने अकबर की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।

सरकंडा थाना क्षेत्र के चांटीडीह रपटा चौक में रहने वाले 56 वर्षीय रज्जब अली मछली व्यवसाय थे। उन्होंने 4 अक्टूबर 2022 की सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया था। सुसाइड नोट में व्यवसायी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने परिवार को सुरक्षा उपलब्ध करवाने का आग्रह किया था। इसके अलावा व्यवसायी के बेटे अरमान उर्फ हमाम अली और परिवार वालों ने कांग्रेस के महामंत्री अकबर खान वहl पूर्व ब्लाक अध्यक्ष तथा मास्टर ट्रेनर तैयब हुसैन के खिलाफ पिता को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। मृतक के परिवार के अनुसार रपटा चौक स्थित उनकी दुकान से लगी उनकी जमीन पर कांग्रेस नेता अकबर व तैय्यब कब्जा करने के लिए लगे हुए थे। और उनके पिता के ऊपर उसे जमीन को बेच देने का लगातार दबाव बना रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार रज्जब अली की जमीन से लगी हुई जमीन का सौदा अकबर व तैय्यब ने किया था जिसके चलते रज्जब अली की जमीन भी लेना वह चाहते थे और इसके लिए लगातार रज्जब की जमीन व उनकी दुकान की जमीन को अवैध कब्जे की बता कर खाली करने के लिए दबाव बना रहे थे। अकबर व तैय्यब की लगातार प्रताड़ना से रज्जब ने सुसाइड कर लिया था।
मामले में सरकंडा पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही थी। मृतक के परिवार के द्वारा लगातार अकबर व तैय्यब के ऊपर अपराध दर्ज करने के लिए थाने के अलावा पुलिस अफसरों के भी चक्कर लगाए जा रहे थे। मामला लगातार मीडिया में भी प्रकाशित हो रहा था। बावजूद उसके पुलिस अफसर कांग्रेस नेताओं पर अपराध दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थे। लगातार मामला उछलने के चलते मर्ग जांच थाने से लेकर एडिशनल एसपी सिटी को दे दी गई थी। पर अक्टूबर 2022 का मामला होने के बावजूद भी दिसंबर 2023 तक के मामले में ना तो मर्ग जांच पूरी हुई ना हीं अपराध दर्ज किया गया।
3 दिसंबर 2023 को राज्य में भाजपा की सरकार बनी। सरकार बनते ही बिलासपुर नगर विधायक अमर अग्रवाल ने 15 दिन में अपराधियों के खात्मे का बयान जारी किया था। उनके बयान देने के अगले ही दिन लंबे समय से सिविल लाइन थाना क्षेत्र में नाबालिक नवीन महादेवा हत्याकांड के मामले में फरार अकबर खान के गुर्गे वसीम खान ने भी सरेंडर कर दिया था। भाजपा सरकार बनने के बाद जनवरी 24 में अकबर खान व तैय्यब के ऊपर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का अपराध दर्ज किया गया। अपराध दर्ज होने के बाद दोनों कांग्रेस नेता फरार हो गए थे। बता दे कि सरकंडा में अपराध दर्ज होने से पहले सकरी थाना क्षेत्र में भी एक युवक की आत्महत्या के मामले में अकबर पर हाईकोर्ट ने पुलिस को निर्देश देकर अपराध दर्ज करवाया था।
सकरी आत्महत्या के मामले में अकबर ने सुप्रीम कोर्ट स्टे ले लिया था। पेंडिंग मामलों की समीक्षा के दौरान इसकी जानकारी एसपी रजनेश सिंह को लगी। उन्हें यह भी जानकारी लगी कि अकबर के खिलाफ सरकंडा थाने में अपराध दर्ज है। जिसमें अकबर फरार है। तो उन्होंने सरकंडा पुलिस को अकबर की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।आज सुबह सरकंडा पुलिस को सूचना मिली की अकबर अपने परिवार से मिलने देवनंदन नगर स्थित घर में आया हुआ है तब सरकंडा थाना प्रभारी का प्रभार संभाल रहे प्रशिक्षु डीएसपी रोशन आहूजा, निरीक्षक तोप सिंह नवरंग और उनकी टीम ने अकबर के घर में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम को देखकर अकबर बुर्के में छुप गया था। उसका बुर्का उतरवा पुलिस उसे अपने साथ ले गई। वही तैय्यब अब भी फरार है।
सकरी थाने में भी है अपराध दर्ज:–
अकबर खान का पिछली सरकार में इतना अधिक रसूख था कि उसके द्वारा प्रताड़ित करने से सकरी थाना क्षेत्र में भी सिद्धू नामक युवक ने आत्महत्या कर ली थी। सिद्धू अकबर का कर्मचारी था। पर मृतक के परिजनों के द्वारा लगातार पुलिस अफसरों से लेकर मंत्रियों तक चक्कर लगाने के बाद भी अपराध दर्ज नहीं किया गया था। तब सिद्धू के घर वालों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी और हाईकोर्ट से पुलिस अफसरों को फटकार पड़ने पर अकबर के खिलाफ अपराध दर्ज हो सका था। उक्त मामले में अकबर की गिरफ्तारी नहीं हो पाई और सूत्रों के अनुसार अकबर को मामले में वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिल चुका है।
कांग्रेस की सरकार आते ही गुंडा रजिस्टर से अकबर का हटा नाम:–
विवादित कांग्रेस नेता अकबर खान विगत कई वर्षों से शहर में आपराधिक तत्व के लोगों को संगठित कर गैंग चलाने व रंगदारी करने का काम करता है। बाहर से रेलवे के ठेकेदारी करने आए ठेकेदार के ऊपर हमला कर हाथ तुड़वाने के मामले में भी अकबर की भूमिका रही। वर्ष 2017 में जनता कांग्रेस नेता की पिटाई के मामले में तारबाहर थाना में अपराध दर्ज किया गया। एक न्यायाधीश से मारपीट के मामले में कोटा थाने में अपराध दर्ज किया गया। कांग्रेस के ही विधायक व एक अन्य वरिष्ठ नेता के खिलाफ सिविल लाइन थाने में ही बैठकर अपशब्दों का प्रयोग करने के मामले में सिविल लाइन थाना में अकबर पर अपराध दर्ज किया गया। अकबर खान का क्षेत्रफल राइट हैंड माने जाने वाले एनएसयूआई महासचिव वसीम खान का नाम तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नगर आगमन के दौरान 25 फरवरी 2022 को तालापारा में हुए नवीन महादेवा हत्याकांड में भी आया। पर कांग्रेस की सरकार रहने तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई भाजपा की सरकार आने के अगले ही दिन उसने सरेंडर किया।

अकबर खान की आपराधिक हरकतों व उसके खिलाफ घर से अपराधों को देखते हुए पुलिस ने उसका नाम गुंडा रजिस्टर में शामिल किया था। पर कांग्रेस की सरकार आते ही राजनैतिक दबावों के चलते उसका नाम गुंडा रजिस्टर से हटा दिया गया।
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