CG news:– थाने में आदतन बदमाश ने अपराध दर्ज करवाने मचाया हंगामा, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने किया थाना प्रभारी समेत आधा दर्जन पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच, वहीं थाने की गोपनीयता भंग करने वाले रीडर पर कोई कार्यवाही नहीं

Bilaspur news:– थाने में अपराध दर्ज करवाने के लिए आदतन बदमाश ने हंगामा मचाया। मामले में पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। वही थाना परिसर का वीडियो बनाकर वायरल करते हुए थाने की गोपनीयता भंग करने वाले रीडर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
Bilaspur बिलासपुर। आदतन बदमाश ने थाने में अपराध दर्ज करवाने के नाम से जमकर हंगामा मचाया। थाने में गाली–गलौज कर फोन करवाने की भी धौंस दिखाई। दूसरी तरफ घायल बदमाश की भी झूठी शिकायत की आशंका पर रिपोर्ट नहीं लिखी गई। मामले में पुलिस अधीक्षक ने रतनपुर थाना प्रभारी समेत आधा दर्जन स्टाफ को लाइन अटैच कर दिया है। वही थाने का वीडियो वायरल करने वाले रीडर पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

मिली जानकारी के अनुसार रतनपुर थाने में विक्की उर्फ विकास रावत का नाम गुंडा सूची में शामिल है उसके खिलाफ थाने में कई अपराध दर्ज हैं और वह क्षेत्र के नामी बदमाशों में शुमार है। रविवार की रात वह अचानक रतनपुर थाना पहुंचा और कुछ लोगों पर शराब भट्टी के पास मारपीट करने का आरोप लगाते हुए अपराध दर्ज करवाने की बात करने लगा। आरोपी ने बताया कि मारपीट में उसके कंधे में चोट है और हाथ से भी खून बह रहा है। इस दौरान थाना प्रभारी ऑनलाइन मीटिंग में शामिल होने के लिए गए हुए थे। नामी बदमाश होने के चलते थाने में उपस्थित पुलिसकर्मियों ने पहले घटना की तस्दीक करने और घटना सही पाए जाने पर अपराध दर्ज करवाने की बात विक्की रावत से कहीं। जिस पर विक्की रावत तत्काल अपराध दर्ज करवाने की बात का थाने में हंगामा मचाने लगा। वह थाने में अश्लील गाली गलौज का भी प्रयोग करने लगा और अपने किसी जाकर से थाना प्रभारी को फोन लगवाने की धौंस जमाने लगा। काफी देर तक बदमाश थाने में हंगामा मचाता रहा और पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने उसे देखते रहे। फिर पुलिसकर्मियों ने ही बदमाश को अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया।
वीडियो वायरल होने पर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह इस बात पर नाराज हुए कि बदमाश ने जब थाने में इस तरह की हरकत की तो उसे पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हुई। मिली जानकारी के अनुसार घायल बदमाश का कंधा टूट गया था। और उसके बदमाश होने के चलते घटना की तस्दीक करने के बाद कार्यवाही रतनपुर पुलिस करना चाहती थी। इसमें यह भी बात सामने आ रही है कि बदमाश खुद को चोंट पहुंचा झूठी एफआईआर करवाने पहुंचा था। बदमाश के घायल होने के चलते तात्कालिक तौर पर रतनपुर पुलिस ने बदमाश पर कोई कार्यवाही नहीं की थी। तब पुलिस अधीक्षक इस बात पर नाराज हुए कि जब बदमाश घायल था तो उसकी रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज की गई?
मामले में पुलिस अधीक्षक में रतनपुर थाना प्रभारी रजनीश सिंह, आरक्षक नंदकुमार यादव अजय भारद्वाज,घनश्याम राठौर, दुर्गेश प्रजापति, राकेश आनंद को लाइन अटैच करते हुए रक्षित केंद्र में संबद्ध कर दिया है।
दूसरे पक्ष ने भी अपराध दर्ज करवाने से किया इंकार:–
मिली जानकारी के अनुसार दूसरे पक्ष से भी पुलिस ने बुलवाकर विवाद के संबंध में पूछताछ की। तब दूसरे पक्ष ने सिर्फ विवाद होना और मारपीट नहीं होने की बात कही। दूसरे पक्ष में बताया कि बदमाश खुद ही अपने आप को चोट पहुंचा कर झूठी रिपोर्ट करवाने पहुंचा होगा। दूसरे पक्ष ने भी बदमाश के खिलाफ किसी भी प्रकार का अपराध दर्ज करवाने से इनकार कर दिया।
खुद को घायल कर पहुंचा था बदमाश, थाने के रीडर ने ही वीडियो बनाकर किया वायरल:–
विकास उर्फ विक्की रावत आदतन बदमाश है उसके खिलाफ कई गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज है। अपनी धौंस और पहुंच दिखाने वह खुद को ही घायल कर झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाने थाने पहुंच गया था। मामले को समझ पुलिसकर्मियों ने पहले जांच की बात कही। जिस पर बदमाश हंगामा मचाने लगा। जिस थाने में पदस्थ रीडर रामधीर टोप्पो ने वीडियो बना वायरल करवा दिया जिससे कि पुलिस विभाग की फजीहत हो सके। विभाग का ही मुलाजिम होकर विभाग की बदनामी रीडर क्यों करवाना चाहता था यह समझ से परे है। दूसरी तरफ हंगामे की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी अपनी मीटिंग छोड़ वापस लौटे। मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने बदमाश को जमकर फटकार लगाते हुए पुलिस पार्टी के साथ अस्पताल भिजवाया।
आतंक इतना कि अपराध दर्ज नहीं करवाया:–
घटना में जिनके खिलाफ आदतन बदमाश झूठी अपराध दर्ज करवाने पहुंचा उन्होंने आदतन बदमाश के डर के चलते अपराध भी नहीं दर्ज करवाया।
तोरवा के वायरल वीडियो में नहीं हुई कार्यवाही:–
पिछले माह थाना क्षेत्र में आईपीएस ने सट्टा खिलाने वालों को पकड़ा था। जिस पर सटोरियों ने पुलिसकर्मियों को प्रतिमाह पैसा देने के बावजूद भी कार्यवाही करने का आरोप लगाया था। इस गंभीर मामले में वीडियो भी वायरल हुआ था। माह भर से अधिक समय बीत जाने के बावजूद मामले में कोई कार्यवाही वायरल वीडियो पर नहीं हुई। दूसरी तरफ रतनपुर थाने के मामले में तत्काल कार्यवाही कर दी गई।
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