अस्पताल में हंगामा!सिविल सर्जन पर महिला कर्मचारी से बदसलूकी और डॉक्टरों को धमकाने के आरोप,कर्मचारियों का फूटा गुस्सा!,जल्द कार्रवाई की मांग

सिविल सर्जन पर महिला कर्मचारी से बदसलूकी, डॉक्टरों को धमकाने के आरोप!
जांजगीर–चांपा के अस्पताल में बवाल!
जांजगीर–चांपा। जिला अस्पताल में आज हड़कंप मच गया जब डॉक्टरों और कर्मचारियों ने सिविल सर्जन दीपक जायसवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आरोपों की झड़ी लगाते हुए स्टाफ सीधे कलेक्टर ऑफिस पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई।

क्या हैं सनसनीखेज आरोप?
महिला कर्मचारी से अभद्रता!
डॉक्टरों को सीआर (कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट) खराब करने की धमकी!
तानाशाही रवैया और मनमानी!
गुस्साए स्टाफ ने साफ कहा कि सिविल सर्जन दबंगई पर उतर आए हैं और जबरदस्ती अपनी मर्जी चला रहे हैं।
कलेक्टर ऑफिस में हंगामा!
जैसे ही डॉक्टरों और नर्सों का दल कलेक्टर ऑफिस पहुंचा, वहां अफरा-तफरी मच गई। कर्मचारियों ने कहा कि अब बर्दाश्त से बाहर हो गया है और अगर जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया तो बड़ा आंदोलन होगा!
सिविल सर्जन की सफाई – ‘मैंने कुछ गलत नहीं किया’
दीपक जायसवाल ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताते हुए कहा,
“मैंने बस अस्पताल में अनुशासन लागू किया, लेकिन कुछ लोग इसे गलत तरीके से पेश कर रहे हैं।”
स्टाफ का पलटवार – ‘तानाशाही नहीं चलेगी!’
सीनियर नर्स सालोनी बोस ने कहा,
“हमें रोजाना बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है। अब यह सहन नहीं होगा!”
वहीं, डॉक्टर इकबाल हुसैन का कहना है,
“अगर हमारी आवाज नहीं सुनी गई तो हम सभी डॉक्टर इस्तीफा देने को मजबूर होंगे!”
अब क्या होगा?
कलेक्टर ने इस पूरे मामले में गंभीर जांच के आदेश दिए हैं। अब देखने वाली बात होगी कि सिविल सर्जन पर गाज गिरती है या यह मामला यूं ही ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है?
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