दसवीं बोर्ड की परीक्षा में प्रिंटेड नकल सामग्री से नकल कराते पकड़ी गई व्याख्याता डीपीआई ने किया निलंबित

जिला शिक्षा विभाग के दावे निकले खोखले

दसवीं बोर्ड परीक्षा में सामाजिक अध्ययन की परीक्षा के दौरान महिला व्याख्याता विद्यार्थियों को प्रिंटेड सामग्री बांटकर नकल करवा रही थी। संभागीय उड़नदस्ता दल ने उन्हें नकल करवाते रंगे हाथों पकड़ा। जिसके बाद डीपीआई दिव्या मिश्रा ने उन्हें निलंबित कर दिया है। वही जिला स्तरीय व्यवस्था दल में शामिल 36 अधिकारी– कर्मचारी नकल पकड़ने में असफल रहे और बोर्ड परीक्षाओं में नकल नहीं होने की खोखले दावे करते रहे। बिलासपुर। दसवीं बोर्ड की परीक्षा में सामाजिक अध्ययन के पेपर के दौरान महिला व्याख्या का प्रिंटेड सामग्री बांट कर विद्यार्थियों को नकल करवाते मिली। संभागीय उड़ानदस्ते की टीम ने उन्हें रंगे हाथों नकल करवाते हुए पकड़ा। जबकि जिला स्तर पर गठित 6 उड़नदस्तों की टीम नकल पकड़ने में असफल रही और बोर्ड परीक्षाओं में नकल नहीं होने के दावे जिला स्तर के अधिकारी करते रहे। उनके दावे पूरी तरह से खोखले निकले। दूसरी तरफ नकल के मामले में कार्यवाही करते हुए डीपीआई दिव्या मिश्रा ने महिला व्याख्याता को निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला बिलासपुर जिले के तखतपुर ब्लॉक के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, उस्लापुर का है, जहां 17 मार्च को आयोजित सामाजिक अध्ययन की परीक्षा के दौरान शिक्षिका रंजना शर्मा को छात्रों को प्रिंटेड नकल सामग्री बांटते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। इस घटना का पूरा विवरण लोक शिक्षण संचालनालय को बना कर भेजा गया। जिसके बाद संज्ञान में आने पर डीपीआई दिव्या मिश्रा ने महिला व्याख्याता रंजना शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, परीक्षा केंद्र क्रमांक-311166 का आकस्मिक निरीक्षण किया गया था, जिसमें कक्ष क्रमांक-5 में व्याख्याता (एल.बी.) रंजना शर्मा को नकल कराते हुए पाया गया। यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1965 के नियम-3 के विपरीत गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है। डीपीआई दिव्या मिश्रा ने कार्रवाई करते हुए रंजना शर्मा को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, बिलासपुर के कार्यालय में रहेगा। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा।
36 अधिकारी-कर्मचारी नहीं पकड़ पाए नकलची:–
10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा समाप्त हो चुकी है। इधर, जिला शिक्षा विभाग ने पूरे परीक्षा के दौरान एक भी नकल प्रकरण दर्ज नहीं किया है, जबकि 6 उड़नदस्तों में 36 अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगी हुई थी। जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी बोर्ड परीक्षाओं में नकल नहीं होने के दावे करते रहे। जबकि संभागीय उड़न दस्ता दल दल ने प्रिंटेड सामग्री बांट कर एक तरह से सामूहिक नकल पकड़ लिया। जिस पर डीपीआई दिव्या मिश्रा ने उस्लापुर स्कूल में नकल प्रकरण सामने आने के बाद शिक्षिका को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई के बाद जिला शिक्षा विभाग के दावे खोखले नजर आए और कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
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