
सियान चेतना” का शुभारंभ — वरिष्ठ नागरिकों की गरिमा, सुरक्षा और सम्मान के लिए , पुलिस की अनोखी पहल ,एसएसपी रजनेश सिंह की पहल पर चेतना अभियान का सातवां चरण बुजुर्गों को समर्पित | एक माह तक जिलेभर में चलेगा “सियान चेतना” विशेष कार्यक्रम
कान्हा तिवारी ,
बिलासपुर, वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा, सम्मान और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में बिलासपुर पुलिस ने एक अहम पहल करते हुए चेतना अभियान के सातवें चरण “सियान चेतना” का औपचारिक शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम विश्व वरिष्ठ नागरिक उत्पीड़न निवारण जागरूकता दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया।
पुलिस लाइन स्थित चेतना हॉल में हुए इस गरिमामय आयोजन में बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिला कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित रहे, जबकि एसएसपी रजनेश सिंह ने अभियान के उद्देश्यों को साझा करते हुए इसे “समाज के अनुभव और धैर्य के प्रतीकों” — वरिष्ठ नागरिकों के प्रति कृतज्ञता का प्रत्यक्ष रूप बताया।
एक महीना, एक उद्देश्य — बुजुर्गों की बेफिक्र जिंदगी
एसएसपी रजनेश सिंह ने मंच से घोषणा करते हुए बताया कि आगामी एक माह तक जिले के प्रत्येक थाना क्षेत्र में “सियान चेतना” अभियान के तहत वरिष्ठ नागरिकों से संवाद, उनकी समस्याओं की सुनवाई, जागरूकता शिविर, स्वास्थ्य परीक्षण और सुरक्षा संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
“हमें केवल उत्पीड़न रोकने की नहीं, खुशहाली बढ़ाने की दिशा में काम करना होगा। समाज को अपने बुजुर्गों के अनुभव, धैर्य और आशीर्वाद की जरूरत है।” — रजनेश सिंह, एसएसपी बिलासपुर
आईजी डॉ. संजीव शुक्ला का मार्गदर्शन — “बुजुर्ग समाज का बरगद हैं“
मुख्य अतिथि आईजी डॉ. संजीव शुक्ला ने अपने उद्बोधन में वरिष्ठ नागरिकों को बरगद के वृक्ष की संज्ञा दी — जो पूरे समाज को छाया और दिशा देता है। उन्होंने कहा कि “हर थाने में नोडल अधिकारी नियुक्त कर ऐसे बुजुर्गों से सीधा संवाद और सतत संपर्क स्थापित किया जाएगा।” उन्होंने सियान चेतना केंद्र और ह्यूमन लाइब्रेरी जैसे नवाचारों को भी व्यवहारिक रूप से अपनाने पर बल दिया।

कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बुजुर्गों से किया संवाद, समाधान का भरोसा
जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल ने वरिष्ठ नागरिकों से सीधा संवाद कर उनकी बातों को गंभीरता से सुना और कहा कि प्रशासन उनके सुझावों को नीतिगत निर्णयों में सम्मिलित करेगा।
“आपकी बातों से नीतियों की दिशा तय होनी चाहिए — यही असली लोकतंत्र है।” — संजय अग्रवाल, कलेक्टर बिलासपुर
वरिष्ठ नागरिकों की आवाज बनी “सियान चेतना“

कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ नागरिकों ने अपने अनुभव साझा किए, समस्याएं रखीं और सुझाव दिए। इस दौरान ह्यूमन लाइब्रेरी, सियान संवाद और सामुदायिक भागीदारी जैसे अभिनव विचार उभरकर सामने आए, जिन्हें पुलिस ने गंभीरता से अमल में लाने का भरोसा दिया।
वरिष्ठ पत्रकार नथमल शर्मा ने अपने संबोधन में बुजुर्गों को केवल सहानुभूति नहीं, निर्णयों में भागीदारी का हकदार बताया। उन्होंने कहा, “सिर्फ सम्मान की बात नहीं, सहभागिता की व्यवस्था होनी चाहिए।“
पुलिस और प्रशासनिक प्रतिनिधित्व भी रहा प्रभावशाली
इस कार्यक्रम में प्रशासन और पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:
संदीप अग्रवाल, सीईओ जिला पंचायत
अरविन्द, प्रशिक्षु IAS
राजेंद्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर)
श्रीमती अर्चना झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण)
श्रीमती मंजूलता करकेट्टा, डीएसपी पुलिस लाइन
श्रीमती भारती मरकाम, डीएसपी
भूपेंद्र गुप्ता, रक्षित निरीक्षक
कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती सत्यभामा अवस्थी द्वारा किया गया, वहीं आभार प्रदर्शन चेतना नोडल अधिकारी के रूप में एएसपी श्रीमती अर्चना झा ने किया।
“सियान चेतना” — बिलासपुर से पूरे प्रदेश की दिशा तय करने वाली पहल
बिलासपुर पुलिस का सियान चेतना अभियान सिर्फ एक प्रशासनिक पहल नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना का उदाहरण बन रहा है। वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के साथ–साथ उनके सम्मान, संवाद और सक्रिय भागीदारी को केंद्र में रखकर चलाया जा रहा यह अभियान प्रदेशभर में अनुकरणीय मॉडल बन सकता है।
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