IG के वार्षिक निरीक्षण में थाने की खुली पोल – टीआई लाइन अटैच, सीएसपी से छीना गया..

Surajpur News | 28 जून 2025 छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में पुलिस प्रशासन की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। सरगुजा रेंज के आईजी दीपक झा जब वार्षिक निरीक्षण पर विश्रामपुर-करंजी थाना पहुंचे, तो वहां की हालात ने अफसरों को भी हैरान कर दिया। थाना परिसर की अव्यवस्था, मलखाने की गंदगी, रिकॉर्ड की लापरवाही और साइबर अपराधों में बढ़ती अनदेखी को देखते हुए IG ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने थाना प्रभारी को तत्काल लाइन अटैच कर दिया, जबकि नगर पुलिस अधीक्षक से विश्रामपुर-करंजी थाने का पर्यवेक्षण दायित्व वापस ले लिया गया। यह कार्रवाई न सिर्फ जिम्मेदार अफसरों के लिए चेतावनी है, बल्कि पूरे सिस्टम के लिए एक अहम संदेश भी देती है।
Surajpur News: सूरजपुर | 28 जून 2025 छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में पुलिसिंग की गंभीर लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) दीपक झा ने विश्रामपुर-करंजी थाना का वार्षिक निरीक्षण किया, जहां व्यवस्था में गड़बड़ियों की लंबी फेहरिस्त सामने आई। नतीजतन, थाना प्रभारी निरीक्षक अलरिक लकड़ा को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच, और नगर पुलिस अधीक्षक (CSP) सुरेन्द्र साय पैकरा से थाना विश्रामपुर-करंजी का पर्यवेक्षण प्रभार छीन लिया गया।
निरीक्षण की 7 बड़ी लापरवाहियाँ जो IG को दिखीं

1. थाना परिसर की दयनीय हालत
IG दीपक झा को थाना भवन और परिसर में गंदगी, अव्यवस्था और अनुशासनहीनता दिखी।
मलखाना बेतरतीब, गंदा और अव्यवस्थित मिला, जो थाने की आंतरिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
2. पल्सर बाइक तीन महीने से बिना केस के जब्त
निरीक्षण में पाया गया कि एक पल्सर मोटरसाइकिल पिछले 3 माह से अवैधानिक रूप से बिना रिपोर्ट के थाने में खड़ी थी। TI अलरिक लकड़ा इस पर कोई जवाब नहीं दे सके, जो जब्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की ओर इशारा करता है।
3. कानून प्रक्रिया का उल्लंघन
नए विधि संहिता प्रावधान के अनुसार, 3 से 7 साल की सजा योग्य अपराधों में यदि शिकायत दर्ज हो, तो उन्हें SDOP की अनुमति से 14 दिन के भीतर जांच में लिया जाना चाहिए। लेकिन थाने में ऐसा कोई रिकॉर्ड या पंजी मौजूद नहीं पाया गया।
4. शिकायत रजिस्टर अधूरा और विरोधाभासी
वर्ष 2025 में अब तक सिर्फ 2 शिकायतों का दर्ज होना बताया गया, जो आंकड़ों की गंभीर हेरफेर या लापरवाही को दर्शाता है।
साथ ही, थाने में एक से अधिक लोकल शिकायत रजिस्टर पाए गए, जो कि नियमों के खिलाफ है।
5. साइबर फ्रॉड मामलों में घोर लापरवाही
थाने में साइबर फ्रॉड से जुड़ी कुल 51 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 40 अब भी लंबित थीं। TI इस विषय में भी कोई समाधानकारक स्पष्टीकरण नहीं दे सके।
6. TI अलरिक लकड़ा की निष्क्रियता
IG निरीक्षण में TI अलरिक लकड़ा जवाब देने में अक्षम, कर्तव्य निर्वहन में लापरवाह और निरीक्षण योग्य कार्य में असफल पाए गए। इसके आधार पर उन्हें रक्षित केंद्र सूरजपुर में लाइन अटैच किया गया।
7. CSP की विफल निगरानी – एक थाना छीना गया
CSP सुरेन्द्र साय पैकरा के पास सिर्फ कोतवाली सूरजपुर और विश्रामपुर-करंजी दो थानों का पर्यवेक्षण था। फिर भी वे थाने की अनियमितताओं की निगरानी में विफल रहे।
इस वजह से IG ने उनसे विश्रामपुर-करंजी थाना का पर्यवेक्षण कार्य तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
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