CG news:–इलाज के नाम पर मरीजों को मौत के घाट उतारने वाले अपोलो अस्पताल प्रबंधन पर क्या कस पाएगा शिकंजा, फर्जी डिग्री धारी डॉक्टर को अस्पताल में भर्ती कर मरीजों की जान से खेलने वाले अपोलो अस्पताल का फंडाफोड़

अपोलो में मौत का इलाज!
फर्जी डॉक्टर की भर्ती, आधा दर्जन से ज्यादा लाशें और अब प्रबंधन पर शिकंजा!
Bilaspur news:- बिलासपुर।नाम है अपोलो, पर काम ऐसा कि सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं! मरीज इलाज कराने पहुंचे और वापस लौटे तो सिर्फ लाश बनकर! बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में जो हुआ, वो किसी हॉरर फिल्म से कम नहीं। यहां डॉक्टर की कुर्सी पर बैठा था एक ऐसा शख्स, जिसकी डिग्री ही फर्जी निकली और इलाज के नाम पर उसने आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को सीधे मौत के घाट उतार दिया।

अब सवाल ये है कि क्या ये सारा खेल सिर्फ एक फर्जी डॉक्टर ने रचा या इसकी स्क्रिप्ट अपोलो अस्पताल के सफेदपोश प्रबंधन ने लिखी थी?
डॉक्टर या मौत का सौदागर?
नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उर्फ नरेंद्र जॉन केम – नाम तो सुना ही होगा! यही वो नाम है जिसने खुद को ‘DM कार्डियोलॉजिस्ट‘ बताया और अपोलो जैसे बड़े अस्पताल में सीधे भर्ती कर लिया गया। जब खुलासा हुआ तो पता चला कि न कोई असली डिग्री, न मेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन। यानी इलाज का कोई हक ही नहीं था, पर दिल के मरीजों की जिंदगी से खुलेआम खिलवाड़ होता रहा।
पैसे भी लूटे, जान भी ली!
परिजनों का आरोप है कि अपोलो के इस फर्जी डॉक्टर ने न सिर्फ गलत इलाज किया बल्कि अस्पताल ने मरीजों को वेंटिलेटर पर रखकर लाखों रुपए ऐंठे। टेस्ट पर टेस्ट, दवाओं का बिल और ICU का किराया – सब कुछ जोड़ो तो मौत भी यहां ‘पैकेज’ में मिलती थी। खासकर गांव से आने वाले गरीब मरीज तो बस ATM समझे गए।
विधानसभा अध्यक्ष की मौत भी इस फर्जी डॉक्टर की देन!
छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पं. राजेंद्र प्रसाद शुक्ल की भी मौत इसी डॉक्टर के इलाज के दौरान हुई थी। उनके पुत्र डॉ. प्रदीप शुक्ल ने अपोलो प्रबंधन और फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब मामला सिर्फ लापरवाही नहीं, ‘आपराधिक हत्या’ तक पहुंच चुका है।
अब फंसेगा अपोलो का प्रबंधन!
पुलिस ने आरोपी को दमोह जेल से बिलासपुर लाकर कोर्ट में पेश किया। अब रिमांड में उससे पूछताछ हो रही है और सूत्रों के मुताबिक, अपोलो अस्पताल के बड़े अधिकारी भी जल्द गिरफ्त में आ सकते हैं। सवाल उठता है – बिना जांच, बिना डिग्री कैसे हुआ अपोलो जैसा बड़ा अस्पताल इतना अंधा?
कांग्रेस की एंट्री – सड़क से संसद तक हल्ला बोल!
शुक्रवार कांग्रेस ने अपोलो अस्पताल के खिलाफ ‘स्वास्थ्य न्याय यात्रा‘ निकाली। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत से लेकर पूर्व CM टीएस सिंहदेव तक इसमें शामिल हुए। उनका सीधा आरोप – “ये सिर्फ अस्पताल की लापरवाही नहीं, यह गरीबों की जिंदगी से मजाक है!”
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