छत्तीसगढ़

Bilaspur news:– सरकारी जमीन पर बनी 50 दुकानों पर निगम का चला बुलडोजर, कार्रवाई के दौरान हुआ विवाद

 

Bilaspur news:– सरकारी ज़मीन पर बनीं 50 दुकानें निगम ने तोड़ी हैं। मोपका चौक में निगम का बुलडोज़र चलाया गया है। पहले कच्ची दुकान बना कर बेजा कब्जा धारी काबिज हुए फिर क पक्का कब्ज़ा कर लिया। निगम की कार्रवाई के दौरान निगम अमले से दुकानदारों का विवाद भी हुआ।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

Bilaspur बिलासपुर। सरकंडा क्षेत्र के मोपका बाज़ार चौक स्थित शासकीय ज़मीन पर कब्जा कर बनाई गईं दुकानों को हटाने की कार्रवाई नगर निगम ने शुक्रवार को की। ज़ोन-7 के कमिश्नर प्रवीण शर्मा के नेतृत्व में निगम की अतिक्रमण शाखा और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने यहाँ लगभग 50 अस्थायी और स्थायी दुकानों को हटाया।

इस कार्रवाई के दौरान अतिक्रमणकारियों ने विरोध किया, लेकिन प्रशासनिक सख़्ती के आगे उन्हें पीछे हटना पड़ा। दरअसल मोपका चौक के पास की शासकीय भूमि पर पहले कुछ लोगों ने अस्थायी रूप से ठेले, टीन शेड और लकड़ी की मदद से दुकानें बनाई थीं। देखते ही देखते ये कच्चे ठेले पक्की दुकानों में तब्दील हो गए। कई लोगों ने तो टीन, ईंट और सीमेंट से स्थायी निर्माण कर व्यवसाय शुरू कर दिया था। इससे न सिर्फ सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा हुआ, बल्कि यातायात और सफ़ाई व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा था। शुक्रवार को सुबह निगम की टीम जेसीबी और अमले के साथ मौके पर पहुँची और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने विरोध करते हुए कार्रवाई को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस बल की मौजूदगी में काम जारी रहा।

  बलौदाबाजार हिंसा मामले में 27 लोगों को मिली जमानत

सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण तो होगी कार्रवाई:–
ज़ोन कमिश्नर प्रवीण शर्मा ने बताया कि यह ज़मीन शासकीय है और उस पर अतिक्रमण कर व्यवसाय किया जा रहा था। कई बार मौखिक रूप से हिदायत देने के बाद भी जब अवैध निर्माण नहीं हटाए गए, तब निगम को कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि आगे भी शहर के अन्य हिस्सों में सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमण की शिकायतों पर इसी तरह की सख़्त कार्रवाई की जाएगी। ज़ोन कमिश्नर ने बताया कि कब्जाधारियों को हिदायत दी गई है कि इस भूमि पर दोबारा निर्माण न करें, नहीं तो कार्रवाई होगी।

Was this article helpful?
YesNo

Live Cricket Info

Kanha Tiwari

छत्तीसगढ़ के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों से लोक जन-आवाज को सशक्त बनाते हुए पत्रकारिता की अगुआई की है।

Related Articles

Back to top button