
Shakti news:– बुजुर्ग की मौत के बाद उनके परिवार के लोगों ने तत्काल संपत्ति अपने नाम करने के बाद ही अंतिम संस्कार में शामिल होने की शर्त रखी। बात नहीं बनने पर बुजुर्ग की चार बेटियों ने ही अंतिम यात्रा में पिता को कांधा दिया।
Shakti सक्ती । 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत के बाद उन्हें कांधा देने परिवार और गांव से कोई नहीं आया। दरअसल बुजुर्ग का कोई बेटा नहीं था, केवल चार बेटियां थी। परिवार के लोगों ने बुजुर्ग की देखभाल इस शर्त पर की थी कि उनकी मौत के बाद उनकी संपत्ति परिवार के लोगों को मिलेगी। पर घर में लाश पड़ी थी और परिवार के लोग तत्काल संपत्ति तत्काल अपने नाम पर करने के लिए अड़े थे। इसके बिना उन्होंने बुजुर्ग के अंतिम संस्कार में शामिल होने से मना कर दिया। इसके बाद बेटियों ने पिता को कांधा दिया।
सक्ती जिले के जैजैपुर ब्लॉक के घिवरा गांव निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग सीताराम कश्यप के पास 6 एकड़ जमीन है। उनकी केवल चार बेटियां थी। पिछले कुछ दिनों से उनका स्वास्थ्य खराब चल रहा था। कल गुरुवार की सुबह उनका निधन हो गया। उनके परिवार वालों ने उनकी देखभाल सारी संपत्ति बेटियों को न देकर खुद के नाम करने की शर्त पर की थी। मौत की सूचना उनकी बेटियों को दी गई। सूचना पर उनके चारों बेटियां अपने परिवार के साथ पहुंची। तब परिवार के लोगों ने शर्त रखी की पहले संपत्ति उनके नाम की जाए फिर वह अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। सीताराम की बेटियों ने बात मान ली। पर परिवार के लोग तत्काल लिखित में संपत्ति अपने नाम करने की जिद पर अड़े थे। काफी देर तक चल हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद जब परिवार के लोगों की शर्त बेटियों ने नहीं मानी तो परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार में शामिल होने से मना कर दिया। परिवार वालों के भड़काने पर गांव के लोग भी अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए।
काफी देर तक जब कोई अंतिम संस्कार के लिए सामने नहीं आया तब सीताराम की बेटियों ने ही अपने पतियों और बच्चों के साथ मिलकर सीताराम के शव को कांधा दिया। अंतिम यात्रा में भी सीताराम की बेटी निर्मला कश्यप सहित उनकी तीन बहने ही नजर आई। जीवन के अंतिम यात्रा में थोड़ी सी संपत्ति के लालच में परिवार के लोगों के साथ छोड़ देने की घटना से मानवता शर्मसार नजर आई।

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