
बालोद। बालोद जिले के गुरुर में शुक्रवार की सुबह विवादित व्यावसायिक परिसर की 49 दुकानों को प्रशासन व नगर पंचायत की टीम ने बुलडोजर चला कर तुड़वा दिया। सुबह लोगों के नींद खुलने से पहले ही प्रशासनिक अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंचे और 49 दुकानों को नष्ट नाबूत कर और 49 दुकानों को नेस्ता नाबूत कर दिया। इस कार्रवाई का विरोध करने विधायक, पूर्व विधायक तो पहुंचे थे पर पार्षद नजर नहीं आईं। इसके अलावा व्यवसायिक परिसर के खिलाफ पार्षद हाईकोर्ट भी गईं थीं। जिससे नाराज व्यापारियों की पत्नियों ने महिला पार्षद को घर से निकालकर सड़क पर घसीटा और पटक दिया पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज किया है। मामला गुरुर थाना क्षेत्र का है।
बालोद जिले के गुरुर में शुक्रवार की सुबह निर्माणाधीन विवादित व्यावसायिक परिसर को एसडीएम नगर पंचायत सीएमओ व पुलिस वालों ने पांच जेसीबी के साथ पहुंचकर 4 घंटे में तोड़ दिया। संभावित विरोध को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। शहर में तोड़फोड़ की सूचना मिलने पर विधायक संगीता सिन्हा, पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी कार्यवाही का विरोध कर दुकानें तोड़ने के लिए समय मांगा। पर दुकानों पर बुलडोजर चलवा सारे दुकान धारासाईं कर दिए गए। तोड़फोड़ के बाद इन व्यापारियों व उनके परिवार की महिलाएं बिलखती रही। पूरी कार्रवाई के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष के अलावा कोई भी पार्षद नजर नहीं आए।

वार्ड चार की पार्षद कुंती सिन्हा ने व्यावसायिक परिषद निर्माण के दौरान हाईकोर्ट जाकर आदेश लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिसके चलते उन्हें ही तोड़फोड़ का जिम्मेदार मानते हुए व्यापारियों के घर की महिलाएं कुंती सिन्हा के घर पहुंच गई। गुस्साई महिलाएं पार्षद कुंती सिन्हा को घर के अंदर से खींच कर घसीटते हुए सड़क पर निकला और सड़क पर पटक दिया। महिला पार्षद को घोषित ने और धक्का देने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि धक्का देने के पहले एक ट्रक गुजर रहा है जिससे गंभीर दुर्घटना हो सकती थी।
महिला पार्षद ने मारपीट करने वाली महिलाओं के खिलाफ गुरुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पार्षद कुंती सिन्हा की शिकायत पर चार महिलाओं के खिलाफ धारा 333,296,115(2),351(2),506,3,50 के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस जांच कर रही हैं।
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