
CG:– आईएएस के फारेस्ट आफिसर पति को वन विभाग के क्लर्क ने दफ्तर में घुस कर फाइबर पाइप से जमकर पीटा। वन अधिकारी को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा है। बाबू फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में कार्यवाही करने से नाराज था।
GPM (जीपीएम)। छत्तीसगढ़ में आईएएस अधिकारी के फारेस्ट आफिसर पति के साथ क्लर्क ने जमकर मारपीट कर दी। डंडे से इस कदर पिटाई कर दी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि वन अधिकारी को कोई भी गंभीर चोट नहीं आने की बात कही जा रही है। आरोपी क्लर्क को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के वन मंडल का दफ्तर गौरेला थाना क्षेत्र में स्थित है। वन विभाग का क्लर्क परमेश्वर गुर्जर मड़ना डिपो में पदस्थ हैं। यहां पूर्व में पदस्थ वन विभाग के एसडीओ संजय त्रिपाठी ने डीएफओ के प्रभार में रहने के दौरान क्लर्क परमेश्वर गुर्जर को फर्जी प्रमाण पत्र से नियुक्ति पाने के आधार पर नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। इसके खिलाफ परमेश्वर गुर्जर ने इस आधार पर हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था कि बिना विभागीय जांच के उसे बर्खास्त किया गया है। इसके बाद वह वन विभाग में फिर से नौकरी करने लगा। इस दौरान संजय त्रिपाठी कटघोरा में एसडीओ के पद पर स्थानांतरित होकर चले गए।

हाईकोर्ट से बाबू ने बिना विभागीय जांच के बर्खास्त करने का आधार बता स्टे लिया था। जिसके चलते वन विभाग ने परमेश्वर गुर्जर के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी थी। वन विभाग के एसडीओ रामकुमार सिदार को फर्जी जाति प्रमाण पत्र की जांच हेतु जांच अधिकारी बनाया गया था। मिली जानकारी के अनुसार दो दिनों पहले उन्होंने भी अपने जांच में परमेश्वर गुर्जर का जाति सर्टिफिकेट फर्जी होने का अभिमत दिया है। जानकारी लगने पर आरोपी बाबू परमेश्वर गुर्जर वन अधिकारी संजय त्रिपाठी से काफी नाराज था। आरोपी बाबू परमेश्वर गुर्जर को लगता था कि इन सब की शुरुआत वन अधिकारी संजय त्रिपाठी ने ही की है।
शुक्रवार को वन अधिकारी संजय त्रिपाठी मरवाही के एक पुराने चर्चित भ्रष्टाचार के प्रकरण में ( जो विधानसभा में भी उठा था) की जांच में बयान देने कटघोरा से मरवाही आए हुए थे। जिसकी जानकारी परमेश्वर गुर्जर को लग गई। जब एसडीओ संजय त्रिपाठी एसडीओ रामकुमार सिदार के साथ बैठे हुए थे। तब दोपहर करीबन 12:00 बजे बाबू परमेश्वर गुर्जर प्लास्टिक का फाइबर पाइप लेकर वहां पहुंचा। उसने दफ्तर में घुसते ही बिना कुछ बात किया बेरहमी से संजय त्रिपाठी को मारना शुरू कर दिया। उन पर लगातार वार करने लगा। बाबू के गुस्से को देखकर एसडीओ रामकुमार सिदार और अन्य कर्मचारी भी बचाव करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। एसडीओ रामकुमार सिदार ने तत्काल मोबाइल निकाल कर पुलिस को जानकारी देनी शुरू कर दी। जिसे देखकर आरोपी बाबू परमेश्वर सिदार वहां से भाग खड़ा हुआ। कर्मचारियों ने घायल संजय त्रिपाठी को अस्पताल में ले जाकर भर्ती करवाया।
पुलिस को सूचना मिलने पर शाम होते होते आरोपी बाबू परमेश्वर गुर्जर को हिरासत में ले लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार परमेश्वर गुर्जर झगड़ालू प्रवृत्ति का है और दफ्तर में आए दिन उसका अन्य कर्मचारियों से झगड़ा होते रहता है। बता दें कि वन अधिकारी संजय त्रिपाठी की पत्नी चंदन त्रिपाठी 2016 बैच की आईएएस अधिकारी है। वह पहले राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर थी। जिन्हें आईएएस अवार्ड हुआ है। वर्तमान में चंदन त्रिपाठी स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की संचालक है। वही संजय त्रिपाठी पूर्व में रेंजर थे। प्रमोशन पाकर एसडीओ बने है। वे मरवाही डीएफओ के प्रभार में भी रहे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मारपीट में उन्हें कोई भी गंभीर चोट नहीं आई है। वही वन विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार के प्रकरण में बयान देने आने की जानकारी मिलने पर घात लगाकर बाबू ने हमला कर दिया। पुलिस अभी मेडिकल रिपोर्ट के इंतजार में है। मेडिकल के आधार पर धाराएं तय कर अपराध दर्ज की जाएगी।
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