Bilaspur Crime News:– हत्या के बाद आरोपी ने बचने पुराने केस में किया सरेंडर, 20 दिन बाद ऑडियो क्लिप से खुला मामला

Bilaspur Crime News:– हत्या के बाद आरोपी ने बचने पुराने केस में किया सरेंडर, 20 दिन बाद ऑडियो क्लिप से खुला मामला
Bilaspur Crime News:– हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खुद को बचाने के लिए अगले ही दिन एक पुराने केस में सरेंडर कर दिया। हालांकि पुलिस को मिले एक अहम ऑडियो क्लिप ने पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठा दिया और करीब बीस दिन बाद हत्या का खुलासा हो सका।
Bilaspur बिलासपुर। सकरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत शराब दुकान के पास 20 दिन पूर्व हुई हत्या के मामले में शामिल आरोपी ने दूसरे प्रकरण में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। पुलिस जांच में यह सामने आया कि आरोपी ने सरेंडर से ठीक एक दिन पहले हत्या की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में उसके दो साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। न्यायालय के आदेश पर तीनों को जेल भेज दिया गया है।
सीएसपी निमितेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 दिसंबर की सुबह सकरी शराब दुकान के समीप एक व्यक्ति का शव मिला था। मौके पर मिले पहचान पत्र से मृतक की पहचान प्रहलाद साहनी के रूप में हुई, जो एक निजी स्कूल में बस चालक था। परिजनों ने बताया कि प्रहलाद 7 दिसंबर को बच्चों के कपड़े लेने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन अगले दिन उसकी खून से सनी लाश शराब दुकान के पास पाई गई।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया, जिसमें सिर में गंभीर चोट लगने से मौत की पुष्टि हुई। पीएम रिपोर्ट के बाद जांच को आगे बढ़ाया गया। इस दौरान शराब दुकान के सीसीटीवी फुटेज से एक ऑडियो क्लिप मिली, जिसमें मृतक प्रहलाद गाली-गलौज करता सुनाई दे रहा था। इसी ऑडियो के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच तेज की।
जांच में सामने आया कि 8 दिसंबर को ही सकरी क्षेत्र का आदतन बदमाश प्रियनाथ वर्मा उर्फ बाबू अंडा एक पुराने मामले में सरेंडर कर चुका था। घटना की रात वह शराब दुकान के आसपास मौजूद था और उसके साथ पुरुषोत्तम वर्मा उर्फ आशाराम (19) और प्रियांशु वर्मा (19) भी थे।
पुलिस ने सूचना के आधार पर दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरू में दोनों टालमटोल करते रहे, लेकिन सख्ती के बाद उन्होंने बताया कि 7 दिसंबर की रात प्रहलाद शराब दुकान के पास गाली-गलौज कर रहा था। मना करने पर वह तीनों से उलझ गया, जिसके बाद तीनों ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी। गंभीर रूप से घायल प्रहलाद वहीं गिर पड़ा और आरोपी मौके से फरार हो गए।
अगली सुबह जब प्रहलाद की मौत की खबर मिली तो मुख्य आरोपी प्रियनाथ ने खुद को बचाने के लिए पुराने केस में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जबकि एक आरोपी पहले से ही जेल में बंद है।
कड़ी से कड़ी जोड़ती रही पुलिस, बेखौफ घूमते रहे आरोपी:–
बस चालक का शव मिलने के बाद पुलिस ने सभी पहलुओं से जांच शुरू की। शुरुआत में केवल एक वीडियो और ऑडियो क्लिप ही अहम सुराग थे। पुलिस ने पुरानी रंजिश, संदिग्धों और आसपास के लोगों से लगातार पूछताछ की। इस बीच आरोपी खुद को सुरक्षित समझकर खुलेआम घूमते रहे। एक आरोपी ने तो बचने के लिए दूसरे मामले में सरेंडर कर दिया था। लेकिन पुलिस टीम ने मौके से मिले साक्ष्य और तकनीकी जांच के जरिए घटनाक्रम की हर कड़ी जोड़ते हुए 20 दिन बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।




