Bilaspur Golikand:– कांग्रेस नेता पर हुए गोलीकांड में आरोपियों को पुलिस ने रिमांड में लिया, पूछताछ में कई रसूखदारों के नाम सामने आए, पुलिस कर रही सभी कड़ियों की जांच

Bilaspur Golikand:– कांग्रेस नेता पर हुए गोलीकांड में आरोपियों को पुलिस ने रिमांड में लिया, पूछताछ में कई रसूखदारों के नाम सामने आए, पुलिस कर रही सभी कड़ियों की जांच

Bilaspur Golikand:– बिलासपुर। मस्तूरी इलाके में हुई बारह राउंड फायरिंग की सनसनीखेज वारदात ने पूरे शहर को दहला दिया था। लेकिन बिलासपुर पुलिस ने महज़ चौबीस घंटे के भीतर ही इस जघन्य अपराध की गुत्थी सुलझा ली।एसएसपी रजनेश सिंह के कुशल नेतृत्व में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता सहित कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। कुछ आरोपियों को अब पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है, पूछताछ में कई प्रभावशाली और रसूखदार लोगों के नाम खुलकर सामने आए हैं। पुलिस अब जल्द ही जांच पूरी कर बड़े नामों का खुलासा करने की तैयारी में है। इसके साथ ही पुलिस हथियार सप्लाई की चेन तक पहुंचने की कोशिश भी कर रही है। आरोपियों के तमाम कनेक्शन और सहयोगियों पर पुलिस की नजर टिकी हुई है।
Bilaspur बिलासपुर। कांग्रेस नेता व मस्तूरी जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष नितेश सिंह पर हुए गोलीकांड के मामले में पुलिस ने निष्कासित कांग्रेस नेता और उसके भाई सहित कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। इस सनसनीखेज मामले की गूंज अब सियासी गलियारों में भी सुनाई देने लगी है। पुलिस रिमांड में पूछताछ के दौरान कई बड़े और रसूखदार नामों का खुलासा हो रहा है। पुलिस इन सभी कड़ियों को जोड़ते हुए विवेचना कर रही है और आवश्यक साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने पहले ही साफ किया था कि इस केस में कई अन्य संलिप्त लोगों की जांच जारी है। अब पुलिस जांच के बाद यह पता लगाने में जुटी है कि किसने आरोपियों को पैसे उपलब्ध करवाए, घटना की प्लानिंग में सहयोग दिया, रेकी और मूवमेंट की जानकारी दी, फरार होने में मदद की या फिर हथियार की व्यवस्था की। साथ ही राजनीतिक मदद पहुंचाने वाले और पीछे से पूरी साजिश रचने वालों तक पुलिस पहुंचने की तैयारी में है। अधिकारियों के अनुसार, बहुत जल्द आरोपियों के सहयोगियों और पूरे गैंग के सदस्यों तक पहुंचकर इस वारदात का पर्दाफाश किया जाएगा।
मस्तूरी गोलीकांड में गुरुवार को पुलिस ने गिरफ्तार किए गए विश्वजीत अनंत, उसके भाइयों और अन्य आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें दो नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है ताकि पूछताछ के जरिये साजिश की गहराई तक पहुंचा जा सके। पुलिस के अनुसार पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं।

इन अफसरों की मेहनत से खुल रहे अहम सुराग
मस्तूरी गोलीकांड की गुत्थी सुलझाने में बिलासपुर पुलिस की जांच टीम दिन–रात एक किए हुए है।
सिटी एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल, ग्रामीण एडिशनल एसपी अर्चना झा, ACCU एडिशनल अनुज कुमार, सिविल लाइन CSP निमितेश सिंह और डीएसपी मोहले की अगुवाई में लगातार पूछताछ और तकनीकी पड़ताल की जा रही है।
टीम ने आरोपियों के मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड और घटनास्थल से जुटाए सबूतों को जोड़कर कई अहम कड़ियाँ सामने लाई हैं।
पुलिस सूत्रों की मानें तो इन अफसरों की मेहनत अब बड़े चेहरों तक पहुंचने की दिशा में ठोस सुराग दे रही है, और आने वाले दिनों में कई रसूखदार नामों का पर्दाफाश हो सकता है।
षड्यंत्रकर्ताओं के अलावा साथियों की तलाश:
अंदरूनी सूत्रों के अनुसार पुलिस को शक है कि वारदात की पटकथा सिर्फ विश्वजीत ने नहीं लिखी बल्कि उसके साथ कोई और भी था। इस बात को स्पष्ट करने के लिए पुलिस जांच में जुटी है। ACCU की विशेष टीम लगातार संदिग्धों से पूछताछ कर रही है और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही मुख्य साजिशकर्ता को पकड़ने का दावा कर रही है।
परिजनों ने लगाया आरोप:
उधर फायरिंग में घायल लोगों के परिजनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस छोटे अपराधियों को ही पकड़ रही है, जबकि इस हमले में शामिल कई बड़े लोगों के नाम जानबूझकर छिपाए जा रहे हैं। पीड़ित पक्ष ने तोरवा क्षेत्र के नागेंद्र राय पर घटना में शामिल होने का आरोप लगाया है और कहा है कि पुलिस जानबूझकर उसे आरोपी नहीं बना रही है।
घटना का राजनीतिक कनेक्शन भी:
पुलिस जांच में जिस तारकेश्वर पाटले का नाम सामने आया है, वह कांग्रेस से जुड़ा हुआ नेता है। बताया जा रहा है कि उसी से एक लाख रुपए लेकर विश्वजीत ने शूटरों को पैसे बांटे थे। मुख्य आरोपी विश्वजीत अनंत, कांग्रेस से निष्कासित नेता है और पहले युवा कांग्रेस का उपाध्यक्ष रह चुका है। कांग्रेस से निष्कासन के बाद उसके भाजपा के एक बड़े नेता से घनिष्ठ संबंध होने की चर्चा भी जोरों पर है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने विश्वजीत को रायपुर से गिरफ्तार किया और गिरफ्तारी से पहले वह उसी नेता से मिलने रायपुर गया था। सोशल मीडिया में विश्वजीत की उस बड़े नेता के साथ कई तस्वीरें भी वायरल हैं।
हथियार सप्लाई की कड़ी तक पहुंचेगी पुलिस:
वारदात में इस्तेमाल हुए देसी कट्टा, पिस्टल और कारतूस की सप्लाई को लेकर पुलिस ने जांच तेज कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि ये हथियार आरोपियों तक किसने पहुंचाए और किन चैनलों से खरीदे गए। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में कुछ हथियार सप्लायर्स के नाम भी सामने आए हैं और पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है।
एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा
हमने बहुत कम समय में एक बड़ी और चुनौतीपूर्ण वारदात का पर्दाफाश किया है।बिलासपुर पुलिस कानून–व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने और आमजन के बीच विश्वास कायम करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
जो भी व्यक्ति इस घटना में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल पाया जाएगा, उसे सलाखों के पीछे भेजा जाएगा ।
एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि जांच में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। हर छोटी से छोटी जानकारी को भी गंभीरता से लिया जा रहा है ताकि घटना के पीछे छिपे हर व्यक्ति की भूमिका उजागर हो सके।
एएसपी (ग्रामीण) अर्चना झा ने बताया कि,
“गिरफ्तार आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। जब्त किए गए पिस्टल और कट्टा से जुड़ी अहम जानकारी पुलिस को मिली है। हथियार बेचने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस जल्द ही इस वारदात की सभी कड़ियों को जोड़कर बड़ा खुलासा करेगी।”
हर एंगल से जांच, बड़े नामों पर नजर
बतात दे की एसएसपी रजनेश सिंह ने मामले की मॉनिटरिंग खुद संभाल रखी है। उनके निर्देशन में पुलिस ने जांच को अलग अलग एंगल पर जाँच की जा रही है — राजनीतिक, आर्थिक और व्यक्तिगत रंजिश — में बाँटा है।
जांच टीम हर संभव साक्ष्य को जोड़कर इस केस को अंजाम तक पहुँचाने की कोशिश में है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में कुछ बड़े नामों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।
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