Bilaspur news:– महिला को पंजीयन कार्यालय में खड़ा कर फर्जी मुख्तियार नामा बनवा दूसरे के स्वामित्व की बेच दी जमीन, प्रशासन के निर्देश पर भूमाफिया के खिलाफ अपराध

Bilaspur news:– महिला को पंजीयक कार्यालय में खड़ा कर मुख्तियार नामा बनवा भू माफिया 2400 वर्ग फीट जमीन बेच दी। वास्तविक जमीन मालिक को जब इसकी जानकारी मिली तब उसने कलेक्टर अवनीश शरण से मिलकर शिकायत की। कलेक्टर के निर्देश पर सिविल लाइन थाने में पीड़ित की रिपोर्ट ले भू-माफिया समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

Bilaspur बिलासपुर। पंजीयन कार्यालय में महिला को खड़े कर भू–माफिया ने फर्जी मुख्तियार नामा हासिल की। फिर दूसरे के स्वामित्व की जमीन दो लोगों के नाम पर रजिस्ट्री करा दी। वास्तविक भू–स्वामी को जब इसकी भनक लगी तो उसने कलेक्टर अवनीश शरण से मिलकर इसकी शिकायत की। कलेक्टर ने इस मामले में एसडीएम मनीष साहू को अपने सुपरविजन में जांच करवाने के निर्देश दिए। एसडीएम के तय बिंदुओं और मार्गदर्शन के अनुसार अतिरिक्त तहसीलदार नेहा विश्वकर्मा ने मामले में जांच की। जांच में मामला सही पाया गया। फिर पीड़ित ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने भू–स्वामी की रिपोर्ट पर भू–माफिया समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी व दस्तावेजों से कुटरचना का मामला दर्ज किया है। मामला सिविल लाईन थाना क्षेत्र का है।
जरहाभाठा निवासी उमेंद्र राम भार्गव ने 3 अक्टूबर 2020 को मायादेवी पति लक्ष्मीशंकर सिंह की देवरीखुर्द स्थित खसरा नंबर 38/12 की रकबा 2400 वर्ग फीट जमीन खरीदी थी। किन्हीं कारणों से वे नामांतरण नहीं कराया था। इसके चलते कोविड के दौरान भुइयां एप में जमीन के दो खसरा नंबर शो होने लगा। इसका फायदा उठाते हुए भू–माफिया बजरंग प्रसाद गौतम ने 2020 में माया देवी के नाम से दूसरी महिला का फर्जी आधार कार्ड बनवाया। फर्जी दस्तावेजों के साथ उसे व गवाहों को पंजीयक के सामने प्रस्तुत कर फर्जी मुख्तियार नामा हासिल किया। उक्त जमीन का बी-1 व बी-2 लगा कर फर्जी ऋण पुस्तिका बनवा ली। इसके बाद भू–माफिया बजरंग प्रसाद ने उमेंद्र राम भार्गव की जमीन 9 जनवरी 2020 को जमीन दो टुकड़ों में सुषमा गुप्ता और अरविंद गुप्ता से सौदा किया। 13 फरवरी को जमीन की दोनों के नाम पर रजिस्ट्री भी करा दी। कोरोना संक्रमण कम होने के बाद जब उमेंद्र प्लॉट पर गया तो उसे सुषमा और अरविंद का कब्जा मिला। पीड़ित ने कलेक्टर से इसकी शिकायत की। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम मनीष साहू ने नायब तहसीलदार नेहा विश्वकर्मा से जांच करवाई। जांच करने पर पूरी बात सामने आई। मामले में पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने भू–माफिया बजरंग प्रसाद गौतम व अन्य के खिलाफ जुर्म दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पटवारी, आरआई की भूमिका भी संदिग्ध:–
फर्जी मुख्तियार नामा हासिल कर जमीन की रजिस्ट्री मामले में तत्कालीन पटवारी, आरआई, तहसीलदार समेत अन्य अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है। पुलिस जांच के बाद धोखाधड़ी के मामले में संलिप्त राजस्व अधिकारी कर्मचारियों का नाम भी एफआईआर में जोड़ कर आरोपी बनाएगी।
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