
Bilaspur News:– जो जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसीबी के छापे के बाद चर्चाओं में आए थे। उनकी शिकायत पर एनएसयूआई के पदाधिकारी लक्की मिश्रा और उनके साथियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का अपराध दर्ज किया गया है।
Bilaspur बिलासपुर। जिस जिला शिक्षा अधिकारी के यहां एक दिन पहले आय से अधिक संपत्ति के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो का छापा पड़ा उनकी शिकायत पर कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्की मिश्रा पर अपराध दर्ज किया गया है। बिलासपुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू कल शनिवार को आय अधिक संपत्ति मामले में छापे से प्रदेश भर में चर्चाओं में आए थे। अब उनकी शिकायत पर अपराध दर्ज किया गया है। हालांकि मामला 2 अगस्त का है। पर डीईओ ने कल रात को एसीबी छापे के बाद अपराध दर्ज करवाया है। मामला सिविल लाइन थाने का है।


बिलासपुर जिले में जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू 7 अक्टूबर 2023 से कार्यरत है। कल एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उनके यहां अनुपातहीन संपत्ति के मामले में दबिश दी थी उनके सरकंडा के नूतन कॉलोनी स्थित शासकीय निवास, कवर्धा के पैतृक निवास, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में दस्तावेज व निवेश संबंधी कागजात तथा सोने–चांदी के जेवर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम लेकर गई थी। उन्हें प्रारंभिक पूछताछ के बाद जानकारी लेकर छोड़ दिया गया था। बाद में एंटी करप्शन ब्यूरो ने प्रेस रिलीज जारी कर उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में अपराध दर्ज करने फिर न्यायालय से सर्च वारंट लेकर छापे की कार्यवाही करने तथा छापे में मिले अनुपातहीन संपत्ति के बारे में ब्यौरा दिया था। अब तक मिली जानकारी के अनुसार लगभग 10 करोड़ रुपए की अनुपातहीन संपत्ति की बात सामने आई है।
छापे के बाद जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू प्रदेश भर में चर्चाओं में आ गए थे। कल सुबह 6 बजे पड़े छापे के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की 7 सदस्यीय टीम दोपहर 12:00 बजे तक जांच पड़ताल कर वापस लौट गई। इसके बाद कल रात जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू सिविल लाइन थाना पहुंचे और एक शिकायत का आवेदन दिया। उनकी शिकायत पर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्की मिश्रा के खिलाफ सिविल लाइन पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है।
क्या है मामला:–
छात्रहित के विभिन्न मुद्दों को लेकर एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्की मिश्रा और उनके अन्य साथी जिला शिक्षा अधिकारी से चर्चा करने 2 जुलाई को दोपहर 3:30 बजे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं थे तब उनके केबिन में घुसकर लक्की मिश्रा और उनके साथियों ने जिला शिक्षा अधिकारी के लापता होने का पोस्टर उनके केबिन व उनकी कुर्सी में लगा दिया था। इसके बाद इसे सोशल मीडिया में लक्की मिश्रा ने पोस्ट कर जानकारी दी थी कि पिछले 10 दिनों से जिला शिक्षा अधिकारी से छात्रहित के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए फोन का समय मांगा जा रहा था। पर उनके द्वारा अनुपलब्धता बात कर नहीं दिया जा रहा था। इसलिए उनके कार्यालय जाकर उन्हें नींद से जगाने के लिए ऐसा किया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी ने अपने शिकायत में बताया है कि 2 अगस्त को दोपहर 3:30 बजे मैं शासकीय हाईकोर्ट गया था। उसी समय मेरे कार्यालय के अंदर जबरदस्ती घुसकर मेरे नाम से डीईओ साहब कहां है कुर्सी खाली पड़ा है कह कर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के पदाधिकारी लकी मिश्रा एवं उनके अन्य साथियों ने अनाधिकृत प्रवेश कर अवांछनीय पोस्टर जिसमें मुझे लापता है वर्णित कर दिया था एवं कार्यालय के अन्य उपस्थित कर्मचारी अधिकारी को भी काम करने से रोक रहे थे पहले डीईओ साहब को बुलाओ फिर काम होगा करके बोल रहे थे जो एक तरह से शासकीय कार्य में बाधा एवं मेरे व्यक्तिगत एवं शासकीय पेशे के सम्मान को क्षति पहुंचाने का कार्य किए हैं। घटना के समय कार्यालय में उपस्थित व्याख्याता व अन्य कर्मचारियों का विवरण दे अपराध दर्ज करने का निवेदन किया गया। डीईओ की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिताओं की धारा में शासकीय कार्य में बाधा का अपराध लकी मिश्रा के खिलाफ दर्ज कर लिया है।
मामले में एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्की मिश्रा ने एनपीजी से कहा कि “हमने 10 दिनों तक लगातार जिला शिक्षा अधिकारी से छात्र हित के मुद्दों पर चर्चा के लिए समय मांगा पर उनके द्वारा नहीं दिया गया. इसलिए मजबूरन 2 तारीख को उनके कार्यालय में लापता का पोस्टर लगाया गया. पर इसकी शिकायत उन्होंने 3 तारीख को देर रात थाने में जाकर की. तत्काल उनके द्वारा अपराध दर्ज नहीं करवाया गया। कल सुबह एंटी करप्शन ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनके ठिकानों पर रेड मारी थी। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी टीकाराम साहू को आशंका थी कि मेरी शिकायत पर उनके यहां छापा मारा गया है। इसलिए छापे के बाद दुर्भावनावश उन्होंने मेरे खिलाफ अपराध दर्ज करवाया है। जबकि उन्हें अपराध दर्ज करवाना होता तो एक दिन पहले की घटना का तत्काल अपराध दर्ज करवा सकते थे। पर छात्र संगठन एनएसयूआई इस तरह के अपराध दर्ज हो जाने से डरने वाला नहीं है और लगातार छात्रहित के मुद्दों को उठाता रहेगा और आंदोलन करता रहेगा।
कई आपराधिक प्रकरण दर्ज है आरोपी पर:–
एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्की उर्फ सुशांक मिश्रा के खिलाफ भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज है। जब वह एनएसयूआई का पदाधिकारी नहीं था तब से उसके खिलाफ अपराध दर्ज हो रहे हैं। शहर के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ 327 समेत अनेक मामले दर्ज है। वही लकी मिश्रा के साथ कार्यालय में पोस्टर चस्पा करने पहुंचे उसके साथी आशीष शिकारी को भी पुलिस ने कुछ दिनों पहले तारबहार थाने मैं अपराधिक प्रकरण के चलते जेल भेजा गया था।
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