
बिलासपुर- कोयले की अफरा-तफरी के मामले में दो साल से फरार चल रहा आरोपी रमाकांत मौर्य उर्फ रोमी मौर्य आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया! राजनीतिक रसूख के दम पर बचते-बचाते फिर रहे रोमी को पुलिस ने उसके ही घर से गिरफ्तार कर लिया। खास बात यह है कि पुलिस इस मामले में पहले ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रही थी, लेकिन जब पुख्ता इनपुट मिला कि “कोयला किंग” अपने घर में ही छिपा बैठा है, तो टीम ने तुरंत दबिश देकर उसे धर दबोचा।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गेवरा खदान से लोड होकर आया ऊंची क्वालिटी का कोयला रास्ते में ही डिपो में उतार लिया जाता था और उसकी जगह मिलावटी व घटिया कोयला कोल वाशरी भेज दिया जाता था। इस मामले में पहले ही चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके थे, लेकिन रोमी मौर्य लगातार बचता रहा। आखिरकार, थाना प्रभारी रतनपुर नरेश कुमार चौहान और उनकी टीम की मेहनत रंग लाई, और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पिता की “पावर” भी नहीं आई काम!
रोमी मौर्य का रौब इसलिए भी ज्यादा था क्योंकि वह एक भाजपा पार्षद का बेटा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि वह अपने पिता की धमक दिखाकर कार्रवाई से बच रहा था, लेकिन जब पुलिस ने ठान लिया तो राजनीतिक रसूख भी उसकी ढाल नहीं बन सका। अब न्यायिक रिमांड पर भेजे गए रोमी मौर्य के साथ-साथ इस पूरे नेटवर्क की भी परतें खुलने की उम्मीद है।
पुलिस टीम का कमाल!
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान, प्र.आर. सत्यप्रकाश यादव और आरक्षक विजेंद्र रात्रे की अहम भूमिका रही। अब देखना यह है कि इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी के बाद कोयला घोटाले में और कौन-कौन फंसता है!

Live Cricket Info