
मुख्यमंत्री विष्णु देव सहायक प्रदेश में सुशासन का राग अलाप रहे हैं और खुद उनके गृह ग्राम में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित हॉस्टल में कुप्रबंधन के चलते छात्र की सांप काटने से मौत हो गई। इससे आदमी जाति कल्याण विभाग की कार्यशैली के साथ ही प्रदेश में सुशासन आने की संभावना पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है। मामले में कलेक्टर ने प्रशासन की सक्रियता दिखाने छात्रावास अधीक्षक और चपरासी को निलंबित कर दिया है। जबकि दो का तबादला कर दिया है और मंडल संयोजक को नोटिस जारी किया है। हालांकि घटना से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि वीवीआईपी जिले में मुख्यमंत्री के गृह ग्राम में जब इस तरह की घटना हो सकती है तो पूरे प्रदेश में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों की कितनी दयनीय स्थिति होगी।
शासकीय अनुसूचित जनजाति बालक आश्रम बगिया विकासखंड कांसाबेल जिला जशपुर में कक्षा तीसरी में अध्यनरत छात्र अमृत साय पिता नंदकिशोर साय ग्राम झारमुंडा विकासखंड फरसाबहार जिला जशपुर विधानसभा क्षेत्र कुनकुरी को आठ जुलाई को सांप ने काट लिया था। अमृत साय को उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरसाबहार ले जाया गया जहां इलाज के दौरान छात्र अमृत साय की मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के गृह जिले,गृह विधानसभा और गृहग्राम के छात्रावास में हुई इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर रोहित व्यास ने एसडीएम बगीचा को जांच के निर्देश दिए थे।
एसडीएम ने हॉस्टल का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण में आश्रम की खिड़कियों का कांच टूटा हुआ पाया गया। आश्रम परिसर के बाउण्ड्री के किनारे लंबी घांस एवं झाड़ी पायी गई, जिसकी नियमित कटाई–छंटाई नहीं होना पाया गया है। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि आश्रम में निवासरत समस्त छात्रों के बिस्तरों के नीचे साफ–सफाई 03-04 दिनों से नहीं की गई। अनुसूचित जनजाति बालक आश्रम, बगिया की नियमित रूप से साफ–सफाई नहीं होने के कारण 8 जुलाई को आश्रम में निवासरत कक्षा तीसरी के विद्यार्थी अमृत साय को सांप के काटने से मृत्यु हो गई, जिसकी सूचना छात्रावास अधीक्षक ठाकुर दयाल सिंह ( मूल पद शिक्षक एलबी) द्वारा अपने उच्चाधिकारियों को समय पर नहीं दी गई।
इसके अलावा भृत्य रामकुंवर सिदार द्वारा असम परिसर की साफ सफाई नियमित रूप से नहीं की। जिसके कारण सांप के घुसने का पता नहीं चल पाया और संस्था में कक्षा तीसरी में अध्यनरत छात्र का सर्पदंश से निधन हो गया। प्रभारी मंडल संयोजक फकीर राम यादव विकासखंड कांसाबेल के द्वारा नियमित रूप से छात्रावासों का निरीक्षण नहीं किया जाना और अधीक्षकों को साफ सफाई के लिए निर्देश नहीं दिया जाना पाया गया।
कर्त्तव्य के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही बरते जाने के आरोप में छ.ग. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम-9 (1) (क) के तहत् ठाकुर दयाल सिंह, शिक्षक (एल.बी.), प्रभारी अधीक्षक शासकीय अनुसूचित जनजाति बालक आश्रम, बगिया, विकास खण्ड–कांसाबेल, जिला–जशपुर मूल पद पूर्व माध्यमिक शाला शब्दमुडा विकासखंड कांसाबेल और भृत्य रामकुंवर सिदार को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन अवधि में ठाकुर दयाल सिंह का कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कांसाबेल नियत किया गया है। भृत्य रामकुंवर सिदार का मुख्यालय कार्यालय मंडल संयोजक कांसाबेल नियत किया गया है। इसके अलावा एक और भृत्य तेज कुमार टोप्पो और स्वीपर सीताराम चौहान को अन्यत्र हत्या दिया गया है। मंडल संयोजक कांसाबेल फकीर राम यादव को उचित पर्यवेक्षण नहीं करने और समय पूर्व उच्च अधिकारियों को सूचना नहीं देने, कर्तव्यों का निर्वहन जिम्मेदारी से नहीं करने पर नोटिस जारी कर तीन दिनों में जवाब मांगा गया है। मृत छात्र के परिजनों के लिए चार लाख रुपए सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
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