
बिलासपुर । 2023 देश के आईपीएस अफसर को कैडर एलोकेशन हो गया है। आवंटित कैडर के तहत 200 आईपीएस में से छत्तीसगढ़ को 5 आईपीएस मिले है। जिनमें से सिर्फ एक का होम कैडर है वही बाकी आऊट साइडर है। ज्ञातव्य है कि 8 माह पहले मई में यूपीएससी परीक्षा 2022 का परिणाम जारी हुआ था। इसमें 200 चयनित युवाओं को आईपीएस की सर्विस एलॉट हुई थी। यूपीएससी परीक्षा 2022 से चयनित युवाओं को 2023 बैच अलॉट हुआ था।

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रहने वाले अभिषेक चतुर्वेदी को 279 रैंक मिला था। उन्हें आईपीएस की सर्विस एलॉट हुई थी। उन्हें होम कैडर अलॉट हुआ है। बाकी चार आऊट साइडर है। जिनमें दिल्ली की आकांक्षा जैन, झारखंड के गगन कुमार, महाराष्ट्र के सकोरे मानसी नानाभाऊ और बिहार के लक्ष्मी नारायण वर्मा को छत्तीसगढ़ कैडर मिला है। छत्तीसगढ़ के कोरबा निवासी सिद्धार्थ सिंह डांगी का चयन भी आईपीएस के लिए हुआ था। उन्हें पश्चिम बंगाल आवंटित हुआ है। चयनित सभी आईपीएस अभी हैदराबाद में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
दिल्ली की अंशिका जैन जनरल कैटेगिरी से है। उनका 306 रैंक है। झारखंड के गगन कुमार का 506 रैंक है। वे ओबीसी वर्ग से आते है। महाराष्ट्र की सकोरे मानसी नानाभाई ओबीसी वर्ग से आती है। उनका 563 रैंक है। बिहार के लक्ष्मी नारायण वर्मा भी ओबीसी वर्ग से आते हैं। उनका 564 रैंक है। कोरबा के सिद्धार्थ सिंह डांगी का 230 रैंक हैं। उन्हें पश्चिम बंगाल कैडर एलॉट हुआ है।
अभिषेक चतुर्वेदी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रहने वाले हैं। अभिषेक के पिता विनय चतुर्वेदी बिलासपुर रेलवे के जीएम ऑफिस में चीफ कंट्रोलर है। पिता के चलते उन्हें बचपन से रेलवे अफसरों से मिलने का मौका मिला और वे यूपीएससी की तरफ प्रेरित हुए। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा सेंट जेवियर स्कूल में हुई। इसके बाद हायर सेकेंडरी तक उन्होंने डीपीएस स्कूल से पढ़ाई की। एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई से उन्होंने इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांच में 2018 में ग्रेजुएशन किया। फिर दिल्ली जाकर यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। 1 साल की तैयारी के बाद कोविद के चलते बिलासपुर आ गए और सेल्फ स्टडी शुरू की। शुरू के तीन प्रयासों में अभिषेक का प्री तक नहीं क्लियर हुआ। पर हार ना मानते हुए उन्होंने चौथा प्रयास दिया और उनका प्री, मेंस, के साथ ही इंटरव्यू क्लियर हो गया।
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