Dr. Raman Singh: क्या होंगे भारत के अगले उपराष्ट्रपति? सियासी गलियारों में नाम तेज़ी से चर्चाओं में

रायपुर – देश में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद अब नए नामों को लेकर सियासी अटकलें तेज़ हो गई हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का नाम देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद के लिए प्रबल दावेदारों में गिना जाने लगा है।
डॉ. रमन सिंह क्यों हैं दावेदारी में आगे?
डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वे विधानसभा अध्यक्ष के पद पर हैं और पार्टी में उनकी छवि एक अनुशासित, स्थिर और भरोसेमंद नेता की है। यही वजह है कि वे उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में सबसे उपयुक्त उम्मीदवार के तौर पर देखे जा रहे हैं।
राजनीतिक अनुभव और मोदी से नजदीकी बना रही मजबूत दावेदारी
रमन सिंह का राजनीतिक सफर एक सामान्य परिवार से शुरू होकर राज्य और केंद्र तक फैला है। वे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं और फिर पार्टी के कहने पर केंद्रीय पद छोड़कर छत्तीसगढ़ लौटे। उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नजदीकी और वफादारी आज भी वैसी ही है। पीएम मोदी स्वयं उन्हें “परम मित्र” कहकर संबोधित कर चुके हैं।
बीजेपी क्यों सोच सकती है रमन सिंह के नाम पर?
वफादार छवि: पार्टी लाइन से एक इंच भी न हटने वाली राजनीति।
अनुभव: विधानसभा, लोकसभा, केंद्र और राज्य सरकार – सभी स्तरों का प्रशासनिक अनुभव।
राजनीतिक संतुलन: गुटबाजी से परे रहकर पार्टी के हर धड़े को साथ लेकर चलने की क्षमता।
संविधान और संसदीय प्रणाली की समझ: लंबे कार्यकाल में संसदीय आचरण के जानकार।
क्या विकल्पों में कमी है?
भाजपा के पास बिहार जैसे राज्यों से कोई सर्वमान्य चेहरा नहीं है। महिला उम्मीदवार की चर्चा भी हो रही है, परंतु राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बाद उपराष्ट्रपति भी महिला हो, इसकी संभावना कम है। बीजेपी अब बाहरी व्यक्ति या कम अनुभवी चेहरे पर दांव नहीं लगाना चाहती। यही कारण है कि रमन सिंह जैसे पुराने वफादार नेता पर विचार मजबूत हो सकता है।
कांग्रेस की ओर से रमेश बैस का सुझाव
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पूर्व राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री रहे रमेश बैस को उपराष्ट्रपति बनाने की मांग प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर की है। यह एक असामान्य राजनीतिक कदम है, क्योंकि विपक्ष के नेता द्वारा सत्तारूढ़ दल के किसी नेता की सिफारिश कम ही देखने को मिलती है।
चर्चाओं में जरूर, फैसला अभी दूर
अंततः उपराष्ट्रपति पद का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा संसदीय बोर्ड को करना है। नाम अभी अटकलों में हैं, लेकिन डॉ. रमन सिंह की गिनती फिलहाल टॉप-5 संभावित उम्मीदवारों में की जा रही है।
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