
आम आदमी पार्टी की नेत्री डॉक्टर उज्जवला कराड़े ने इस्तीफा दे दिया है। वे आम आदमी पार्टी में प्रदेश संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने 2023 विधानसभा चुनाव भी लड़ा है।
Bilaspur बिलासपुर। आम आदमी पार्टी की नेत्री और वर्तमान में प्रदेश संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत डॉक्टर उज्ज्वला कराड़े ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा के पीछे उन्होंने व्यक्तिगत वजह बताई है। बता दे दिसंबर 2023 को राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में उज्जवला कराड़े आप पार्टी की प्रत्याशी रही उज्जवला कराड़े को तीसरा स्थान मिला था।

उज्जवला कराड़े शहर की राजनीति में आम आदमी पार्टी में प्रवेश कर वर्ष 2020 से सक्रिय थी। उन्होंने शहर व समाज की समस्याओं को उठा कई बार सुर्खियां बटोरी थी। कई मुद्दों को लेकर उन्होंने धरना और आंदोलन किया था। जिसके चलते वे शहर में चर्चित हो गई थी। उन्होंने अपने राजनीति की शुरुवात आप पार्टी के शहर अध्यक्ष के पद से की थी। विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक मुद्दों में सक्रियता चलते उन्हें प्रदेश संयुक्त सचिव के पद पर पदोन्नति दी गई थी। 2023 विधानसभा चुनाव में उन्हें आप पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया था। चुनाव में अमर अग्रवाल प्रथम स्थान आकर विजयी रहे थे। शैलेश पांडेय को दूसरा स्थान मिला था। जबकि 1801 वोटो के साथ उज्जवला कराड़े तीसरे स्थान पर रही थी। जबकि नोटा 866 वोटो के साथ चौथे स्थान पर रहा था।
भले ही चुनाव में उज्ज्वल कराड़े को हार का सामना करना पड़ा था। पर उनकी सक्रियता और सामाजिक मुद्दों पर उनके आंदोलनो की वजह से शहर में वह आम आदमी पार्टी का चेहरा बन गई थी। अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा के पीछे उन्होंने कारण बताया है कि व्यक्तिगत वजहों के चलते मैं पार्टी को पर्याप्त समय नहीं दे पा रही थी। इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूं। नगरीय निकाय चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की सक्रिय नेत्री उज्जवला के इस्तीफे से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
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