CG News:– दूसरे हॉस्पिटल की वीडियो दिखा, देखिए किस तरह बदनाम किया जा रहा शहर का प्रतिष्ठित हॉस्पिटल,जाने सच्चाई

Bilaspur बिलासपुर। पिछले 1 साल से शहर के प्रतिष्ठित किम्स अस्पताल को विभिन्न किस्म से बदनाम करने और मरीजों का भरोसा इस प्रतिष्ठित अस्पताल से तोड़ने की कोशिश की जा रही है। पर हर बार अस्पताल को बदनाम करने वाले षड्यंत्रकारियों को मुंह की खानी पड़ रही और इनके मंसूबों पर पानी फिर रहा है। ऐसा ही एक मामला फिर से हाल ही के दिनों में सामने आया है। जिसमें अस्पताल प्रबंधन पर सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है।
हाल ही में एक वीडियो अस्पताल का वायरल हुआ है। जिसमें एक व्यक्ति अस्पताल के चौथे माले से लटक कर मधुमक्खी के छत्ते से शहद निकाल रहा है। दरअसल यह पूरा वीडियो स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल का है। पर आंख के अंधे इसेे किम्स अस्पताल का बता अस्पताल को बदनाम करने में जुटे हुए है। जबकि वायरल वीडियो के अवलोकन में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि जिस बिल्डिंग से युवक लटक कर शहद निकाल रहा वह स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल का है। वायरल वीडियो में युवक जहां लटक रहा है उसके ऊपर ही स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल का नाम बड़े–बड़े अक्षरों में पढ़ा जा सकता है। बावजूद इसके सुनियोजित षड्यंत्र के तहत प्रतिष्ठित अस्पताल किम्स को बदनाम करने के लिए इसे किम्स का बताया जा रहा है।
जो मामला क्वेश हो चुका उसे बताया जा रहा प्रॉपर्टी विवाद का:–
वायरल वीडियो की साजिश में स्पष्ट तौर से देखा जा सकता है कि दूसरे अस्पताल का वीडियो को किस तरह किम्स अस्पताल का बता कर बदनाम तो किया ही जा रहा है साथ ही वायरल खबर में यह बताया जा रहा है कि अंदर मैनेजमेंट में भी लगातार लापरवाही का मामला सामने आ रहा है। यहां प्रॉपर्टी विवाद के भी मामले सामने आते रहते हैं। जबकि प्रॉपर्टी विवाद के चलते जो एफआईआर हुए थे उसे गलत मानते हुए हाईकोर्ट ने पूर्व में ही निरस्त कर दिया है। बावजूद इसके उस मामले को तुल देकर अस्पताल की छवि को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल का है वीडियो:–
उक्त वीडियो स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल का है। वायरल वीडियो में इसे स्पष्ट देखा जा सकता है। सिविल लाइन पुलिस ने भी उक्त वीडियो को किम्स अस्पताल का होने से इंकार कर दिया है। पुलिस ने कहा है कि यह वीडियो स्टार चिल्ड्रन अस्पताल का है।
महिला चिकित्सक की छवि खराब करने की भी साजिश का खुलासा:–
अस्पताल में कार्यरत प्रतिष्ठित महिला न्यूरो सर्जन डॉक्टर सुधा राम को भी सुनियोजित साजिश के तहत झूठे मामलों में फंसा कर विभिन्न तरह से उनके छवि को खराब करने की कोशिश की गई। डॉ सुधा राम चिकित्सा सेवा और समाज सेवा के लिए जानी जाती हैं जो अपने घर परिवार से दूर मेट्रो सिटी को छोड़ बिलासपुर जैसे प्रगति के पथ पर अग्रसर शहर में आकर शहर वासियों की सेवा कर रहीं हैं। उनके खिलाफ बिना किसी ठोस प्रमाण के गंभीर आपराधिक धाराओं में अपराध दर्ज करवाया गया। जिसमें उनके साथ डॉक्टर रवि शेखर और श्रीमती कमला को भी घसीटा गया। पर चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने दूध का दूध और पानी का पानी करते हुए डॉक्टर सुधा राम और डॉक्टर रवि शेखर तथा श्रीमती कमला के खिलाफ दर्ज दो एफआईआर निरस्त कर दी है।।
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