CG Railway DRM:– उमेश कुमार के इनकार के बाद राकेश रंजन बने बिलासपुर के नए डीआरएम

CG Railway DRM:– उमेश कुमार के इनकार के बाद राकेश रंजन बने बिलासपुर के नए डीआरएम
CG Railway DRM:– ट्रेन हादसे के बाद डीआरएम बदले जाने की प्रक्रिया में पहले उमेश कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने बिलासपुर ज्वाइन करने से मना कर दिया। इसके बाद रेलवे बोर्ड ने पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर में पदस्थ आईआरएसएसई अधिकारी राकेश रंजन को बिलासपुर रेल मंडल का नया डीआरएम नियुक्त किया है।
Bilaspur | बिलासपुर रेल मंडल में मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) की नियुक्ति को लेकर चल रहा असमंजस आखिरकार समाप्त हो गया है। रेलवे बोर्ड ने पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर में पदस्थ आईआरएसएसई अधिकारी राकेश रंजन को बिलासपुर रेल मंडल का नया डीआरएम नियुक्त करने का आदेश जारी कर दिया है। इससे पहले पश्चिम रेलवे, मुंबई में पदस्थ सीएसई उमेश कुमार को डीआरएम बनाए जाने का आदेश हुआ था, लेकिन उनके ज्वाइन न करने के चलते बोर्ड को नया फैसला लेना पड़ा।
ट्रेन हादसे के बाद हटाए गए थे तत्कालीन डीआरएम
बिलासपुर स्टेशन के समीप लालखदान क्षेत्र में मेमू पैसेंजर ट्रेन के खड़ी मालगाड़ी से टकराने की भीषण दुर्घटना में लोको पायलट समेत एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि करीब 20 यात्री घायल हुए थे। इस हादसे के बाद सीआरएस बी.के. मिश्रा की जांच रिपोर्ट के आधार पर रेलवे बोर्ड ने तत्कालीन डीआरएम राजमल खोईवाल को समय से पहले, महज 11 माह में ही पद से हटाकर उनका तबादला कर दिया था।
इसके बाद 10 दिसंबर को रेलवे बोर्ड ने पश्चिम रेलवे, मुंबई में पदस्थ सीएसई उमेश कुमार को बिलासपुर रेल मंडल का डीआरएम नियुक्त करने का आदेश जारी किया था।
पारिवारिक कारणों का हवाला देकर उमेश कुमार ने किया इनकार
डीआरएम नियुक्ति के आदेश के बाद यह माना जा रहा था कि उमेश कुमार जल्द ही मुंबई से बिलासपुर आकर पदभार ग्रहण करेंगे, लेकिन आदेश जारी होने के अगले ही दिन 11 दिसंबर को उन्होंने रेलवे बोर्ड के सचिव रविंदर पांडेय को पत्र लिखकर ज्वाइनिंग में असमर्थता जता दी।
अपने आवेदन में उमेश कुमार ने बताया कि उनके पुत्र की कक्षा 10वीं की पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी चल रही है। स्थानांतरण से बच्चे की पढ़ाई प्रभावित हो सकती है। साथ ही उनकी पत्नी भी वर्तमान पदस्थापना स्थल पर कार्यरत हैं। इन्हीं व्यक्तिगत और शैक्षणिक कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने पश्चिम रेलवे में ही सेवा जारी रखने और स्थानांतरण निरस्त करने का अनुरोध किया था।
रेलवे जैसे अनुशासित केंद्रीय संगठन में किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा डीआरएम जैसे अहम पद पर नियुक्ति के बाद जिम्मेदारी लेने से इनकार करना असामान्य माना जाता है। इसी वजह से रेलवे प्रशासन और गलियारों में कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई थीं। हालांकि अधिकारी ने अपने पत्र में किसी भी प्रशासनिक या कार्यप्रणाली संबंधी कारण का उल्लेख नहीं किया था।
रेलवे बोर्ड ने लिया नया फैसला
जहां यह कयास लगाए जा रहे थे कि उमेश कुमार को बोर्ड के आदेश का पालन करना पड़ेगा, वहीं गुरुवार को रेलवे बोर्ड ने चौंकाने वाला फैसला लिया। बोर्ड ने न केवल उमेश कुमार के अनुरोध को स्वीकार करते हुए उनका स्थानांतरण निरस्त किया, बल्कि बिलासपुर रेल मंडल के लिए नए डीआरएम की नियुक्ति का आदेश भी जारी कर दिया।
पूर्व मध्य रेलवे के राकेश रंजन को सौंपी गई जिम्मेदारी
रेलवे बोर्ड द्वारा जारी आदेश के अनुसार, पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर में पदस्थ आईआरएसएसई अधिकारी राकेश रंजन को बिलासपुर रेल मंडल का नया डीआरएम नियुक्त किया गया है। यह आदेश रेलवे बोर्ड के निदेशक रविंदर पांडेय द्वारा जारी किया गया है।




