छत्तीसगढ़

गाय के पेट की हर्निया का हर्नियोप्लास्टी द्वारा सफल सर्जरी

कोंडागांव ।   पशुधन विकास विभाग कोंडागाँव के चिकित्सकों ने हर्नियोप्लास्टी द्वारा गाय के हर्निया का सफल ऑपरेशन किया। ज्ञात हो कि शुक्रवार 28 मार्च 2025 को विकासखंड फरसगाँव के ग्राम बोरगांव में पशु मालिक राखल राव की गाय को पिछले एक माह से पेट में सूजन की शिकायत थी, जिससे गाय को खाने-पीने में तकलीफ हो रही थी और वह कमजोर होती जा रही थी। सूचना मिलने पर जिले में पदस्थ पशु चिकित्सकों ने जांच की और पाया कि गाय की पेट की मांसपेशियां फट जाने के कारण हर्निया बन गया था।

उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, जिला कोंडागाँव के निर्देशानुसार गाय की जीवन रक्षा हेतु एवं पशु मालिक की सहमति से डॉ. ढालेश्वरी ने तत्काल सर्जरी से हर्नियोप्लास्टी करने का निर्णय लिया। इस सर्जरी में डॉ. कृष्ण कोर्राम (वीएएस, मर्दापाल) एवं डॉ. अनिल (एमयूवी, फरसगाँव) का विशेष सहयोग रहा।

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जिले में किए जा चुके हैं कई सफल ऑपरेशन

बीते दो वर्षों में जिले के पशु चिकित्सकों ने लगातार कई सफल ऑपरेशन कर पशु चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। इन ऑपरेशनों में न केवल पालतू पशु बल्कि अन्य प्रकार के जानवर भी शामिल रहे हैं, जिनका जटिल से जटिल इलाज सफलतापूर्वक किया गया है। यही नहीं जिले के बाहर से भी यहां इलाज व ऑपरेशन के लिए पशु लाए जाते रहे हैं, जिनका सफल इलाज किया जा चुका है। यह जिले की पशु चिकित्सा विभाग के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो लगातार पशु चिकित्सा सेवा क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं दे रही है।

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पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डॉ. ढालेश्वरी ने बताया कि गाय में वेंट्रल हर्निया तब होता है जब पेट की दीवार कमजोर हो जाती है या फट जाती है, जिससे पेट के अंदरूनी अंग बाहर की ओर उभर आते हैं। यह आमतौर पर पेट के निचले हिस्से में दिखाई देता है। इसका कारण चोट लगने, गिरने या सींग से मार खाने की वजह से पेट की दीवार कमजोर हो सकती है। बार बार गर्भ धारण करने या मुश्किल प्रसव के कारण पेट की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। गाय या पशुओं को भारी भार खींचने या झटके से खड़ा होने के कारण हर्निया हो सकता है। साथ ही पेट की किसी पुरानी चोट, सर्जरी या संक्रमण के कारण पेट की दीवार कमजोर हो सकती है।

इसका लक्षण पेट के निचले हिस्से में  सूजन दिखना, गाय को चलने या खड़े होने में कठिनाई होना, अधिक गंभीर मामलों में भूख कम होना और कमजोरी शामिल है। बड़े हर्निया होने पर हर्नियोप्लास्टी के माध्यम से प्रक्रिया में कमजोर या फटी हुई मांसपेशियों में मेष का उपयोग किया जाता है, ताकि हर्निया दोबारा न हो। इससे रोकथाम के लिए गर्भवती गायों को अतिरिक्त पोषण आहार दें ताकि उनकी मांसपेशियां मजबूत रहें। प्रसव के दौरान अधिक सावधानी बरतें, अगर चोट लगे तो तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सालय में इलाज कराएं।

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Kanha Tiwari

छत्तीसगढ़ के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों से लोक जन-आवाज को सशक्त बनाते हुए पत्रकारिता की अगुआई की है।

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