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PM मोदी को चिट्ठी: माता कौशल्या-शबरी की जन्मभूमि को मिले पहचान!

बिलासपुर/ शिवरीनारायण। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मार्च 2025 को बिलासपुर दौरे पर आ रहे है इसके पहले नगर पंचायत शिवरीनारायण के पूर्व अध्यक्ष डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य ने उन्हें एक महत्वपूर्ण चिट्ठी लिखकर धार्मिक, सामाजिक, शैक्षणिक और जनहित से जुड़े कई अहम मुद्दों को उठाया है। इस पत्र में माता कौशल्या और माता शबरी की जन्मभूमि को राष्ट्रीय पहचान दिलाने, मछुआ समाज को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने, बिलासपुर में माता बिलासा देवी का भव्य स्मारक बनाने और शिवरीनारायण में शहरी व शैक्षणिक विकास से जुड़ी मांगें शामिल हैं।


धार्मिक विरासत को मिले राष्ट्रीय पहचान

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डॉ. कैवर्त्य ने प्रधानमंत्री मोदी से मांग की है कि माता कौशल्या (कोसला, पामगढ़) और माता शबरी (शिवरीनारायण) की जन्मस्थली को केंद्र सरकार की ‘प्रसाद योजना’ में शामिल किया जाए। इससे इन ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण और पर्यटन के रूप में व्यापक विकास संभव होगा।

बिलासपुर में वीरांगना माता बिलासा देवी का भव्य स्मारक बने

बिलासपुर की पहचान वीरांगना माता बिलासा देवी के नाम पर शानदार स्मारक बनाने और उनकी जागीर भूमि को संरक्षित करने की भी मांग उठाई गई है। इससे छत्तीसगढ़ की वीरांगनाओं को सम्मान मिलेगा और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित किया जा सकेगा।

शहरी विकास: शिवरीनारायण के नागरिकों को पट्टा मिले

शिवरीनारायण शहर के पात्र नागरिकों को आबादी भूमि के पट्टे देने की मांग की गई है, ताकि उन्हें मकान व संपत्ति का कानूनी अधिकार मिल सके। इसके अलावा, शिवरीनारायण निवेश क्षेत्र के मास्टर प्लान के लिए शासकीय भूमि से अवैध कब्जे हटाने पर भी जोर दिया गया है।

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शिक्षा को मिले बढ़ावा: नए कॉलेज और अंग्रेजी स्कूल की मांग

शिवरीनारायण में नया सरकारी महाविद्यालय और स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की मांग भी इस चिट्ठी में प्रमुखता से उठाई गई है। इससे क्षेत्र के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा।


मछुआ समाज के लिए बड़ा दांव: ST दर्जे की मांग

डॉ. कैवर्त्य ने 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा किए गए एक महत्वपूर्ण वादे की याद दिलाते हुए मांग की है कि मछुआ समाज की जातियों को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि अब जब केंद्र और राज्य, दोनों जगह भाजपा की सरकार है, तो इस वादे को पूरा करना जरूरी है।

छरछेद चौबल हत्याकांड: पीड़ित परिवारों को मिले 50-50 लाख का मुआवजा

डॉ. कैवर्त्य ने बलौदा बाजार जिले के छरछेद चौबल हत्याकांड में मारे गए तीन पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की भी अपील की है।

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