CG News:– नौ महीने के मासूम को गोद से छीनकर ले गए, भीख मंगवाने के लिए 7 लाख में बेच डाला, चार आरोपी गिरफ्तार

नौ महीने के मासूम को गोद से छीनकर ले गए, भीख मंगवाने के लिए 7 लाख में बेच डाला, चार आरोपी गिरफ्तार
Durg news:– 9 महीने के मासूम को उसकी मां की गोद से छीन कर आरोपियों ने सात लाख रुपए में बेच दिया। बच्चों से भीख मंगवाने वाले गिरोह ने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
Durg News:– दुर्ग जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। महज 9 महीने के मासूम को उसकी मां की गोद से छीनकर अपहरण कर लिया गया और फिर उसे 7 लाख रुपये में बेच दिया गया। यह सौदा बच्चों को भीख मंगवाने वाले नेटवर्क के लिए किया गया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मासूम को सुरक्षित बरामद कर लिया है। इस मामले में चार आरोपियों को पटना (बिहार) से गिरफ्तार किया गया, जबकि एक महिला आरोपी पहले ही कोंडागांव (छत्तीसगढ़) से गिरफ्तार हो चुकी थी।
पूरी वारदात कैसे हुई?
महिला थाने से मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता ने बताया कि उसका बेटा 8 माह 25 दिन का है। पीड़िता के रिश्तेदार संगनी बाई और संतोष पाल ने 20 जून को बहला-फुसलाकर उसे और बच्चे को दुर्ग से कोरगांव (जिला कोंडागांव) ले गए। इसके बाद दोनों आरोपी महिला और उसके शिशु को लेकर पटना (बिहार) के जगनपुरा पहुंचे, जहाँ किराए के मकान में रखा गया।
8 जुलाई को जब महिला को वापस छत्तीसगढ़ लौटाया जा रहा था, उस दौरान उसे पहले आरा रेलवे स्टेशन पर बिठाया गया। कुछ समय बाद दानापुर स्टेशन पर पहुंचकर आरोपियों ने अचानक महिला की गोद से मासूम को जबरन छीन लिया और वहां से फरार हो गए।
अनजान जगह पर अकेली छोड़ दी गई महिला किसी तरह पटना से दुर्ग लौटी और परिजनों को पूरी घटना बताई। इसके बाद पीड़िता ने सेक्टर-06 थाना दुर्ग में शिकायत दर्ज कराई। मामला अपहरण का दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई – दो टीमें बनीं
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इस मामले की जांच के लिए दो विशेष टीमों का गठन किया गया।
पहली टीम ने मुख्य आरोपी संगनी बाई को ग्राम कोरगांव, जिला कोंडागांव से गिरफ्तार किया।
दूसरी टीम को बिहार भेजा गया। इस टीम ने लगातार प्रयास कर पटना और आसपास के क्षेत्रों में दबिश दी और अंततः चार आरोपियों को पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपी (बिहार से):
1. संतोष पाल – निवासी ग्राम नानंद, थाना सिलाव, जिला नालंदा
2. प्रदीप कुमार – निवासी जगनपुरा, पटना
3. डॉ. बादल उर्फ मिथलेश – निवासी जंदी नगर, थाना भदौर
4. गौरी महतो – निवासी ग्राम चौधराईन चक तारतर, थाना घोसवरी
पुलिस ने इनके कब्जे से मासूम बच्चे को सकुशल बरामद कर उसकी मां को सौंप दिया।
सात लाख रुपये का सौदा और भीख माफिया का खुलासा
एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर और पद्मश्री तंवर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि आरोपी संतोष पाल ने मासूम को गौरी महतो को 7 लाख रुपये में बेचा था।
• इसमें से 4 लाख रुपये उसने खुद रखे।
• बाकी 3 लाख रुपये प्रदीप और मिथलेश को दिए गए।
पुलिस के अनुसार यह पूरा गिरोह बच्चों को भीख मंगवाने के लिए अपहरण और खरीद-फरोख्त करता था। यह लोग संगठित रूप से बच्चों का उपयोग कर भीख माफिया चलाते हैं।