IG और सब-इंस्पेक्टर पत्नी विवाद में 10 हैरान करने वाली शर्तें, DGP ने जांच समिति गठित की; CM बोले– कार्रवाई से कोई नहीं बचेगा”

रायपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय में एक सीनियर आईजी और एक सब-इंस्पेक्टर की पत्नी के बीच उत्पन्न विवाद ने हलचल मचा दी है। मामला सामने आते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया और जांच के निर्देश जारी कर दिए गए।
जानकारी के अनुसार, 2003 बैच के सीनियर आईपीएस रतनलाल डांगी की शिकायत के आधार पर दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। इसमें एक महिला DIG और 2001 बैच के IG को जाँच का जिम्मा सौंपा गया है। समिति से जल्द रिपोर्ट पेश करने का अनुरोध किया गया है।
गुरुवार को दोनों पक्षों ने मीडिया के सामने एक-दूसरे पर आरोप लगाए। विवाद का मुख्य मुद्दा यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के आरोप हैं।
शिकायत में बताया गया कि महिला, जो शादीशुदा हैं और जिनका पति महकमे में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है, ने IPS डांगी पर सात साल से शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है। वहीं डांगी ने महिला पर ब्लैकमेलिंग, मानसिक प्रताड़ना और धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
आईजी रतनलाल डांगी की शिकायत में कहा गया कि महिला ने उनसे निजी और पारिवारिक जीवन पर नियंत्रण रखने वाली कई असामान्य शर्तें रखीं। आरोप है कि महिला ने वीडियो कॉल, स्क्रीनशॉट और डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल कर लगातार ब्लैकमेल किया।
शिकायत में डांगी ने महिला द्वारा लगाई गई कुछ प्रमुख शर्तों का विवरण दिया:
1. पत्नी के साथ बातचीत या बैठना मना।
2. पत्नी को गाड़ी में ले जाना या खरीदारी कराना निषेध।
3. व्हाट्सएप और कॉल पर कोई संपर्क नहीं।
4. किसी तस्वीर में साथ न होना, जन्मदिन या सालगिरह न मनाना।
5. पत्नी के मायके जाना प्रतिबंधित।
6. रात 10 बजे के बाद बालकनी में सोना और 8 घंटे की लाइव लोकेशन साझा करना।
7. सुबह 5 बजे से वीडियो कॉल चालू रखना, जिसे केवल महिला ही बंद कर सके।
8. परिवार के किसी सदस्य से बिना अनुमति बात न करना।
9. घर और कार्यालय में निजी काम के समय भी वीडियो कॉल चालू रखना।
10. बच्चों और परिवार की झूठी कसमों के जरिए महिला के नियंत्रण में रहना।
शिकायत में यह भी कहा गया कि महिला ने डांगी को झूठे मामलों में फंसाने और उनके निजी वीडियो/तस्वीरों को सार्वजनिक करने की धमकी दी। इन धमकियों के चलते डांगी और उनका परिवार पिछले दो वर्षों से मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं।
डांगी ने DGP से अनुरोध किया है कि महिला और इस षड्यंत्र में शामिल अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भय, ब्लैकमेलिंग, मानसिक प्रताड़ना, जबरन घर में घुसना और मानहानि जैसी धाराओं में FIR दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि उन्हें और उनके परिवार को न्याय मिल सके।
वही
इस प्रकरण पर मुख्यमंत्री ने टिप्पणी करते हुए कहा:
“अगर आरोप सही पाए गए तो कार्रवाई से कोई नहीं बचेगा।”
जाँच समिति जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी, और इसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई तय होगी।
CM बोले– कार्रवाई से कोई नहीं बचेगा-
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https://x.com/truth_finder04/status/1981347695093829757?s=46
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