राज्योत्सव की सांस्कृतिक संध्या में लोकगायक के सुरों ने मोहा कलेक्टर महोबे का मन — चार घंटे तक लिया भजन संध्या का आनंद, नेताओं से लेकर दर्शक तक हुए मंत्रमुग्ध, देखिए वीडियो…

राज्योत्सव की सांस्कृतिक संध्या में लोकगायक सुनील सोनी ने बनाया माहौल — कई कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुतियां, चार घंटे तक बैठे रहे कलेक्टर जन्मेजय महोबे
जांजगीर–चांपा, 03 नवम्बर 2025।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की रजत जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव-2025 का दूसरा दिन भक्ति और लोकसंगीत की मधुर लहरों में डूबा रहा। जिला मुख्यालय के हाई स्कूल मैदान में हुई इस भव्य सांस्कृतिक संध्या में मंच पर प्रदेश के नामचीन कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं, जिनसे पूरा पंडाल देर रात तक तालियों की गूंज से सराबोर रहा।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहे लोकप्रिय लोकगायक सुनील सोनी, जिन्होंने अपनी सुमधुर आवाज़ में भक्ति गीतों और छत्तीसगढ़ी लोकधुनों की ऐसी प्रस्तुति दी कि दर्शक मंत्रमुग्ध रह गए। “छत्तीसगढ़ मया के धरा” और “देव मन मंदिर, मन मन भक्ति” जैसे गीतों ने श्रोताओं को भक्ति और भावनाओं के सागर में डुबो दिया। उनके सुरों के साथ दर्शकदीर्घा झूम उठी और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा मैदान गूंज उठा।

कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर जन्मेजय महोबे स्वयं उपस्थित रहे और लगभग चार घंटे तक मंच पर चल रही प्रस्तुतियों का मनोयोग से आनंद लिया। उन्होंने समय–समय पर कलाकारों का उत्साहवर्धन भी किया, जिससे समारोह का उत्साह और बढ़ गया।
सांस्कृतिक संध्या में प्रदेश के अन्य लोक कलाकारों ने भी पारंपरिक नृत्य, नाट्य और लोकगीतों की प्रस्तुति से दर्शकों को बांधे रखा। मंच पर लोकनृत्य समूहों की ताल, भजन मंडलियों की भक्ति और नाट्य कलाकारों की अभिव्यक्ति ने एक सजीव सांस्कृतिक वातावरण तैयार किया।

कार्यक्रम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, नेता रवि पांडे, सहित कई जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारी और सामाजिक संगठनों के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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